मोदी सरकार के एक कदम ने बदल दिया भारत का भविष्य, जवानों तक हथियार पहुंचाएंगे रोबोट

भारतीय सेना की ताकतनई दिल्ली। भारतीय सेना की ताकत में अब और भी ज्यादा इजाफा होने वाला है। सरकार भारतीय सेना को पहले से भी अधिक मजबूती प्रदान करने की दिशा में निरंतर काम कर रही है। इस दिशा में सरकार ने सेना के एक अहम् प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इस प्रस्ताव में सेना ने रक्षा मंत्रालय से 544 रोबोट्स की जरूरत ज़ाहिर की थी। ये रोबोट सैन्य हथियारों को सेना तक पहुंचाने का काम करेंगे। ऐसे में संवेदनशील इलाकों में हथियारों की पहुंच आसान हो जाएगी। ख़ास बात ये कि ऐसे रोबोट भारत में भी बनाए जा रहे हैं।

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ख़बरों के मुताबिक़ ये रोबोट्स युद्ध और हमले की स्थिति में संवेदनशील जगहों पर सेना को हथियार और गोला बारुद पहुंचाएंगे।

फायरिंग रेंज होने की वजह से ऐसे स्थानों में सेना के जवानों को जान का खतरा होता है, लेकिन रिमोट संचालित ये रोबोट ऐसे हालत में आसानी से सेना की मदद कर सकेंगे।

इस रोबोट का फायदा राष्ट्रीय रायफल्स के जवानों को खासकर होगा। राष्ट्रीय रायफल्स आतंकियों का संहार करने वाला एक आधुनिक किस्म का आतंकरोधी बल है। इसके जवान अक्सर आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन में जाते हैं।

आर्मी नोट के मुबातिक राष्ट्रीय रायफल्स रोबोटिक सर्विलांस का इस्तेमाल रियल टाइम इनपुट लेने के लिए कर सकता है। अगर ये इनपुट काम के लायक रहे तो इस पर अमल भी किया जाता है।

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रोबोट्स के इस्तेमाल से सेना को सबसे बड़ा जो फायदा होगा वो यह होगा कि ऑपरेशन के दौरान आतंकियों की फायरिंग की चपेट में आने से सेना के जवान बचेंगे।

खास बात ये है कि ऐसे रोबोट्स देश में भी बनाए जा रहे हैं। आर्मी द्वारा ऐसे 544 रोबोट्स की जरूरत संबंधी प्रस्ताव को रक्षा मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है। ये जानकारी आर्मी के अधिकारियों ने दी।

बता दें जम्मू कश्मीर में आतंक गावों और जंगलों से निकलकर शहरों की ओर भी पांव पसार रहा है। इस वजह से आर्मी को हाई टेक्नॉलजी की जरूरत पड़ गई है।

हल्के और मजबूत इन रोबोट्स में सर्विलांस कैमरा और ट्रांसमिशन सिस्टम की सुविधा होगी। ये अपने मेन सेन्टर से 200 मीटर के रेंज में काम कर सकेंगे।

आर्मी ने अपनी जरूरतों की लिस्ट में बताया है कि ये मशीनें ऐसी होनी चाहिए कि वे क्रिटिकल जगहों पर ग्रेनेड और हथियारों की डिलीवरी कर सकें।

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