भोपाल में अब कांग्रेस हटाएगी भाजपा के बैनर-पोस्टर
भोपाल| मध्यप्रदेश की राजधानी में विपक्षी कांग्रेस 22 फरवरी को आईएसआई जासूसी कांड, कटनी हवाला कांड, व्यापम और अवैध रेत खनन जैसे मुद्दों को लेकर विधानसभा घेरने वाली थी और जगह-जगह प्रदर्शन करने वाली थी। उसके बैनर-पोस्टर हटाए जाने के बाद रविवार को कांग्रेस ने राज्य शासन को ‘डरपोक’ बताते हुए कहा कि वह अब भाजपा के बैनर-पोस्टर हटाएगी। कांग्रेस ने प्रशासन से अनुमति लेकर आंदोलन संबंधी बैनर-पोस्टर लगवाए थे, अब नगर प्रशासन ने अनुमति रद्द कर बैनर-पोस्टर हटवा दिए हैं। इस पर कांग्रेस का कहना है कि प्रदेश की शिवराज सरकार को डर है कि कांग्रेस के आंदोलन से उसकी पोल खुल जाएगी, इसलिए उसने दमन का रुख अपनाया है।
कांग्रेस के प्रदर्शन को की ओर से दी गई अनुमति प्रशासन ने रद्द कर दी है। नगर निगम और पुलिस ने शनिवार की देर रात कांग्रेस के होर्डिंग व बैनर हो हटावा दिया।
जिला प्रशासन ने पहले कांग्रेस को प्रदर्शन की अनुमति दी थी, मगर बाद में एक आदेश जारी कर इस अनुमति को निरस्त कर दिया। प्रशासन ने भीड़ और व्यवस्था का हवाला दिया है।
कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने 22 फरवरी के आंदोलन अपने नेताओं के स्वागत में सड़क किनारे बड़ी संख्या में होर्डिग व बैनर लगाए थे, जिन्हें शनिवार की देर रात नगर निगम और पुलिस बल ने मिलकर हटा दिया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा कि कांग्रेस भाजपा सरकार के इस कदम का अपने तरह से जवाब देगी। कांग्रेस कार्यकर्ता अब भाजपा के बैनर-पोस्टर को हटाएंगे।
वहीं, कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस के प्रस्तावित प्रदर्शन से सरकार डर गई है और उसने प्रदेश की मान्य परंपराओं और लोकतांत्रिक मर्यादाओं के विपरीत विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए दोयम दर्जे के घिनौने हथकंडे अपनाया। शहर की सड़कों के किनारे अनुमति लेकर लगाए गए, बैनर और पोस्टर को हटा दिया गया।
वहीं भाजपा के सांसद आलोक संजर ने बैनर-पोस्टरों को हटाए जाने को लेकर कहा कि यह कार्रवाई सामान्य प्रक्रिया है।
कांग्रेस ने ऐलान किया था कि प्रदेश में अवैध रेत खनन, भ्रष्टाचार, आईएसआई जासूसी कांड में भाजपा नेताओं की भूमिका, व्यापम के माध्यम से रिश्वत लेकर मेडिकल छात्रों को दाखिला देने को लेकर सुप्रीम कोर्ड के ताजा फैसले, 2200 करोड़ रुपयों का कटनी हवाला कांड सहित कई मुद्दों को लेकर 22 फरवरी को विधानसभा का घेराव करेगी और व्यापक आंदोलन छेड़ेगी। आंदोलन करने से रोक जाने पर कांग्रेस अब भाजपा के बैनर-पोस्टरों को हटाने का अभियान छेड़ेगी।