पीएम मोदी नहीं यूपी का ये बैंक है लोगों की मौत का जिम्मेदार

बैंक वालों की लेट लतीफीबहराइच। नोटबंदी के कारण बहराइच में 30 साल के युवक की मौत हो गयी। दर्दनाक यह कि उसकी पत्नी 15 दिन से पति के इलाज के लिए बैंक के चक्कर काट रही थी। लेकिन बैंक वालों की लेट लतीफी से इस शख्स को अपनी जान गवानी पड़ी। पैसों के अभाव में इस युवक का अंतिम संस्कार नहीं हो सका था। बाद में लोगों ने चंदा लगाकर उसकी चिता को आग दिलवाई।

बैंक वालों की लेट लतीफी

पैसों के अभाव में मरने वाला यह युवक ‘धर्मराज’ केशवापुर का निवासी था। सब्जी बेंच कर यह युवक अपने परिवार का पेट पालता था। युवक काफी समय से बीमार चल रहा था। डॉक्टरों ने भी हाथ खड़े कर दिए थे। उन्होंने युवक की पत्नी को लखनऊ जाकर इलाज कराने की सलाह दी। युवक की माली स्थिती अत्यधिक लचर स्थिती में थी। युवक का परिवार यहां एक झोपड़े में गुजर कर रहा था। उनके लिए राजधानी आकर इलाज कराना असंभव काम था।

ऐसी स्थिति में युवक धर्मराज की हालत को देखते हुए उसकी पत्नी ने अपनी एफडी को भुनाना उचित समझा। पन्द्रह दिन बैंक के चक्कर भी काटे। लेकिन न तो उसकी एफडी टूटी न तो बैंक ने उसे कोई अन्य विकल्प दिया। नतीजन बीती रात युवक की मौत हो गयी।

धर्मराज की मौत के बाद दो मासूम बच्चे लिए उसकी गर्भवती पत्नी बैंक की कार्यप्रणाली को कसूरवार ठहरा रही है।

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