डर्टी डॉयलाग के बावजूद मूवी की जान बनीं बेगम

बेगम जान फिल्म– बेगम जान

सर्टिफिकेट– U/A

रेटिंग -2.5

अवधि – 2 घंटे 15 मिनट

स्टारकास्ट – विधा बालन, नसीरुद्दीन शाह, रजत कपूर, आशीष विधार्थी, चंकी पांडे, पल्लवी शरदा, गौहर खान, ईला ,अरुण

डायरेक्टर – श्रीजीत मुखर्जी

प्रोड्यूसर – महेश भट्ट

लेखक – श्रीजीत मुखर्जी

कहानी – इस मूवी की कहानी पूरी ड्रामा पर आधारित है कहानी बेगम जान (विद्या बालन) की है जो कोठा चलाती है और जहां कुछ लड़कियां रहती हैं. इन औरतों की दुनिया इसी में सीमित है और यहां सत्ता चलती है तो बेगम जान की. फिल्म की शुरुआत विभाजन और आजादी के साथ होती है. ऐसी आजादी जो अपने साथ त्रासदी लेकर आई और फिल्म में आजादी को लेकर जो तंज कसा गया है वह कमाल है क्योंकि जब बेगम यह सवाल करती है, “एक तवायफ के लिए क्या आजादी…लाइट बंद सब एक बराबर…” ऐसे में आजादी के मायनों पर सवालिया निशान लग जाता है. फिल्म का औरत और समाज में उसके अस्तित्व को लेकर जिस तरह के सवाल पैदा किए गए हैं, वे वाकई लंबे समय से बॉलीवुड में से ढंग से नहीं आ सके थे. फिर विभाजन की त्रासदी के साथ एक वेश्यालय और उसमें रहने वाली औरतों की यह कहानी ऐसा मौका कहीं नहीं देती है जहां कहीं भी स्क्रीन से इधर-उधर देखने का मौका मिले. फिर फिल्म के बीच में इला अरुण जो बहादुर महिलाओं की कहानियां सुनाती हैं, वे भी रोचक है.

एक्टिंग – फिल्म में मंझे हुए कलाकारों की पूरी फौज है। इन सबके बावजूद फिल्म के लीड बेगम जान के किरदार में विद्या बालन का जवाब नहीं। उन्होंने इस फिल्म में धाकड़ एक्टिंग की है. ‘द डर्टी पिक्चर’, ‘कहानी’ जैसी कई हिट फिल्में करने के बाद विद्या ने इस किरदार को जिस बेबाकी और बिंदास अंदाज के साथ कैमरे के सामने जीवंत कर दिखाया है उसका जवाब नहीं। विद्या बालन की इस जानदार परफॉर्मेंस को देखने के बाद उन आलोचकों को भी जवाब मिलेगा जो विद्या की पिछली दो-तीन फिल्मों को मिली नाकामयाबी के बाद विद्या के करियर पर सवाल उठा रहे थे। विद्या के अलावा फिल्म के लगभग सभी कलाकारों ने पूरी ईमानदारी के साथ अपने किरदार को निभाया है। राजाजी के छोटे से किरदार में नसीरुद्दीन शाह अपनी पहचान छोड़ जाते हैं तो लंबे अर्से बाद स्क्रीन पर नजर आए विवेक मुशरान एक अलग लुक में नजर आए। गौहर खान, पल्लवी शारदा, ईला अरुण, रविजा चौहान, मिष्ठी सहित फिल्म के हर आर्टिस्ट ने अपने किरदार को पूरी मेहनत के साथ निभाया

डायरेक्शन- श्रीजीत मुखर्जी ने ही नेशनल अवार्ड जीतने वाली फिल्म राजकहिनी बनाया था जिसकी हिंदी रिमेक है बेगम जान। वो बंटवारे के समय की एक कहानी बताने की कोशिश करते हैं जो असल में रेडक्लिफ लाइन के आड़े आ रही 11 महिलाओं की कहानी है। फिल्म का कॉन्सेप्ट काफी बोल्ड है और वाकई इसकी तारीफ की जानी चाहिए। फिल्म में जिस प्वाइंट को श्रीजीत मुखर्जी ने छोड़ा है वो विद्या बालन से लेकर हर किरदार का बैकग्राउंडड का जिक्र नहीं किया। इसलिए आप हर कैरेक्टर के साथ भावनात्मक रूप से नहीं जुड़ पाएंगे क्योंकि आप उन्हें अच्छे से जानते ही नहीं हैं। कहीं कही फिल्म में मेलोड्रामा भी देखने मिलेगा इसलिए फिल्म एक बेहद शानदार फिल्म बनने से चुक जाती है

म्यूजिक– मूवी का म्यूजिक कहानी और माहौल के हिसाब से है , जो बेशक म्यूजिक लवर्स और जेन एक्स की कसौटी पर खरा न उतर पाए, लेकिन क्लासिकल म्यूजिक के शौकीनों की कसौटी पर जरूर खरा उतर सकता है।

देखें या नहीं – विधा बालन, नसीरुद्दीन शाह की जबरदस्त एक्टिंग देखने के लिए जरुर जाए.

LIVE TV