बुंदेलखंड में पेड़ों को बांधी गई राखी 

बुंदेलखंडझांसी । सूखा और जलसंकट से जूझ रहे बुंदेलखंड के लोग मानते हैं कि बिगड़ता पर्यावरण ही इस संकट की बड़ी वजह है। यही कारण है कि झांसी जिले के गववाली गांव के लोगों ने रक्षाबंधन के मौके पर गुरुवार को पेड़ों को राखी बांधी और संकल्प लिया कि वे पेड़ों की रक्षा करेंगे।

बबीना विकास खंड के गववाली गांव का नजारा रक्षा बंधन की सुबह से ही अन्य दिनों से जुदा था, क्योंकि घरों में भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के बाद महिलाएं ही नहीं, हर वर्ग के लोग एक जगह जमा हुए और अपने आसपास लगे पेड़ों पर राखियां बांधकर उन्हें बचाने का संकल्प ले रहे थे।

बुंदेलखंड के लोगों ने जागरूकता रैली भी निकाली

गांव के लोगों ने प्राकिृतिक संसाधनों के संवर्धन का संकल्प लिया और जागरूकता रैली भी निकाली। इस रैली में शामिल लोगों के नारों से गांव की गलियों में पेड़ों की रक्षा के नारे गूंजे।

इस मौके पर जल संवाद संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी में जल जन जोड़ो अभियान के राष्ट्रीय संयोजक संजय सिंह ने कहा कि भले ही इस बार देश में और बुंदेलखंड में अच्छी वर्षा हो रही हो, लेकिन इससे जल संकट दूर होने वाला नहीं है, क्योंकि वर्षा का पानी व्यर्थ में बहकर जा रहा है, नदी-नाले भले ही उफान पर हों, लेकिन बुंदेलखंड में अभी भी धरती का पेट खाली है।

उन्होंने आगे कहा कि झांसी के बबीना ब्लॉक में आज भी कुआं और हैंडपंप का जलस्तर नहीं बढ़ा है, बुंदेलखंड में अधिकांश विकासखंड में पानी के दोहन का सिलसिला जारी है।

संजय सिंह ने कहा, “यह एक अच्छा अवसर था, जब हम वर्षा की एक-एक बूंद को बचाकर अपने गांव को पानीदार बना सकते थे, मगर ऐसा हो नहीं पाया।”

इस अवसर के ग्राम प्रधान श्यामलाल आहिरवार एवं पूर्व ग्राम प्रधान लक्ष्मण पुरी सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने पौधरोपण किया। इसके बाद गांव के लोगों ने अपने गांव के वन क्षेत्र में पेड़ों पर राखी बांधी और संकल्प लिया कि पूरा गांव मिलकर पेड़ों को बचाएगा।

LIVE TV