पीयूष गोयल ने बीजली लागत कम करने का बताया आसान तरीका, बस अमल में लाने की जरूरत

पीयूष गोयलनई दिल्ली। केंद्रीय विद्युत, कोयला, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा और खान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पीयूष गोयल ने विद्युत की लागत कम करने के लिए नवाचारी तरीके तलाशने की कोशिश की जा रही है। गोयल ने सोमवार को एनटीपीसी के अंतर्राष्ट्रीय संचालन और रखरखाव सम्मेलन आईपीएस 2017 ‘ग्रिड में नवीकरणीय ऊर्जा का एकीकरण – आगे की राह’ का उद्घाटन किया।

गोयल ने अपने संबोधन में स्थिरता के महत्व और लागत प्रभावी तरीके से दक्षता में सुधार के बारे में प्रकाश डाला। उन्होंने एनटीपीसी के अनुभवों से ‘नियर मिस ट्रिप्स’ से शिक्षा के साथ – साथ इस सम्मेलन में प्रस्तुत किये जाने वाले पत्रों के उद्धरण वाले ई-संग्रह को भी जारी किया।

गोयल ने तलचर थर्मल, रिहंद, कोरबा, रामागुंडम और विंध्याचल स्थित शीर्ष प्रदर्शन करने वाले एनटीपीसी स्टेशनों को व्यावसायिक उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किए। आज के ही दिन 1982 में फ्लैगशिप सिंगरौली पावर स्टेशन में एनटीपीसी की सर्वप्रथम उत्पादन इकाई में विद्युत उत्पादन शुरू हुआ था।

सम्मेलन में विद्युत क्षेत्र हितधारक सीईए, सीईआरसी, एपीटीईएल, सीपीसीबी, निर्माता और सेवा प्रदाताओं जीई, आल्सटॉम, भेल, हिताची, तोशिबा, डूपोटेट ने भी इस आयोजन में भाग लिया। बीस अंतर्राष्ट्रीय पत्र और आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी धनबाद, जादवपुर विश्वविद्यालय जैसे प्रख्यात संस्थानों के 82 घरेलू तकनीकी पत्र भी सम्मेलन के दौरान प्रस्तुत किए जाएंगे।

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