बिहार विधानसभा के RLSP खाते के 2 विधायकों ने छोड़ा साथ, ज्वाइन की JDU !
बिहार में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के नेता उपेंद्र कुशवाहा को रविवार को तब बड़ा झटका लगा जब उनकी पार्टी के दोनों विधायकों ने सत्तारूढ़ दल जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ज्वॉइन कर ली. बिहार विधानसभा में रालोसपा के खाते में मात्र दो ही विधायक थे जो अब जेडीयू में शामिल हो गए हैं.
बिहार विधानसभा के स्पीकर ने दोनों विधायकों को जेडीयू में शामिल होने की इजाजत दे दी. इसी के साथ रालोसपा के विधायक दल का जेडीयू विधायक दल में विलय हो गया. बिहार विधानसभा अध्यक्ष ने इसी के साथ रालोसपा के दोनों विधायकों को जेडीयू के साथ बैठने की स्वीकृति दे दी.
बिहार विधानसभा में फिलहाल आरजेडी के 80, जेडीयू के 71, रालोसपा के 2 (अब जेडीयू में), कांग्रेस के 27, लोजपा के 2, हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (1) और अन्य के खाते में 7 विधायक हैं.
इस तरह रालोसपा के दो विधायकों के विलय के बाद जेडीयू की संख्या अब 73 हो गई है. इस बार रालोसपा आरजेडी गठबंधन के साथ चुनाव लड़ी थी.
सीटों के बंटवारे को लेकर एनडीए से उनकी अनबन हुई थी जिसके बाद उन्होंने एनडीए छोड़कर गठबंधन का दामन थाम लिया था लेकिन उपेंद्र कुशवाहा एक साथ दो सीटों पर खड़े हुए और दोनों जगर चुनाव हार गए.
AAP विधायक अलका लांबा का बड़ा फैसला – 2020 में पार्टी छोड़ने का किया ऐलान !
कुशवाहा ने हार मानते हुए कहा कि जनता का निर्णय सर आंखों पर. उन्होंने ट्वीट किया, “महागठबंधन, संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) के लिए किसी पर आरोप लगाने के बजाए आत्म-मंथन करने का समय है.
यह जीत किसी उम्मीदवार या राज्य सरकार में सत्तासीन नेताओं की नहीं, जनता के नब्ज को विपक्ष के नेताओं की ओर से सही से नहीं समझ पाने का नतीजा है.”
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने हार की समीक्षा करने की बात करते हुए लिखा, “आगे की लड़ाई के लिए चुनाव परिणाम की समीक्षा करते हुए ठोस और गंभीर रणनीति की आवश्यकता है. बिना समय गंवाए हमें इस ओर बढ़ना है.
जनता का निर्णय सर आंखों पर.” गौरतलब है कि इस चुनाव में कुशवाहा ने एनडीए छोड़कर महागठबंधन का दामन थाम लिया था. महागठबंधन की ओर से रालोसपा के हिस्से पांच सीटें आई थीं.