घर में बालकनी का ये महत्व जान लें, सुकून से गुजरेगी जिंदगी

हम अपने सपनों का घर बनवाते समय हर एक चीज का चुनाव बहुत ही सोच-समझकर करते हैं। क्योंकि घर के साथ हमारी भावनाएं भी जुड़ी होती हैं। घर का हर कोना बहुत ही खास होता है। ऐसी ही एक जगह है बालकनी, जहां लोगों को बैठकर तरोताजा महसूस होता है।

बालकनी का वास्तु

यहीं से घर में सूर्य का प्रकाश प्रवेश करता है। साथ ही पॉजिटिव ऊर्जा आपके घर में प्रवेश करती है। वास्तु के अनुसार बालकनी की दशा और दिशा सही होना जरूरी है। बालकनी बनवाते वक्त इन बातों का ध्यान रखना जरुरी है।

बालकनी में बेल या मनी प्‍लांट लगा सकते हैं। इससे आपके घर में ठंडक रहने के साथ ही ऊर्जा भी आती है।

इस बात का ध्यान रखें कि बेल कंपाउंड की दीवार से ऊंची न चली जाएं।

जो लोग उत्तरमुखी घर बनाने के बारे में सोच रहे हैं तो उन्हें बालकनी को पूर्व या उत्तर दिशा में बनाना चाहिए।

यदि आपके घर का मुख पश्चिम दिशा की ओर हो तो आपको बालकनी उत्‍तर या पश्चिम में बनानी चाहिए।

यदि घर का मुख्‍य द्वार पूर्व की ओर खुलता हो तो बालकनी भी पूर्व दिशा में ही होनी चाहिए। यदि ऐसा संभव न हो तो बालकनी को उत्‍तर दिशा में बनवा सकते हैं।

बालकनी का फर्श आपके घर के फर्श से थोड़ा नीचे होना चाहिए।

यदि आपका घर दक्षिण मुखी है तो बालकनी को पूर्व या दक्षिण दिशा में बनाना चाहिए। ऐसा करने से घर में सुख और समृद्धि आती है।

देखें वीडियो:-

LIVE TV