बर्फानी बाबा ने सर पर पहना 11 किलो का रुद्राक्ष, कभी करते थे सरकारी नौकरी

प्रयागराज। जैसे-जैसे हैं देश का सबसे बड़ा धार्मिक मेला कुंभ मेला नजदीक आ रहा है। वैसे वैसे संगम क्षेत्र में साधु संतों के अलग अलग रंग रूप देखने को मिल रहे हैं।

इन दिनों आनंद अखाड़े से जुड़े नागा साधु बर्फानी बाबा आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं । बर्फानी बाबा केदारनाथ से आए हुए हैं, जो अपने सर के ऊपर 5 हजार रुद्राक्ष रूपी मुकुट पहने हुए है।

इस मुकुट का भार तकरीबन साढ़े 11 किलो है जिसको पहन कर बर्फानी बाबा आनंद अखाड़े के गेट के बाहर हवन पूजन करते नज़र आते हैं । बर्फानी बाबा 20 साल से नागा साधु है जबकि पिछले 6 सालों से रुद्राक्ष मुकुट को पहने हुए है। बर्फानी बाबा का आशीर्वाद लेने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ हमेशा उमड़ी नज़र आती है।

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बर्फानी बाबा के रूद्राक्ष रूपी मुकुट के ऊपर शंकर जी का त्रिशूल है जिससे बाबा को शंकर जी के आशीर्वाद का एहसास होता है। बर्फानी बाबा की कहानी भी बेहद खास है लाइव टुडे से खास बातचीत करते हुए बर्फानी बाबा ने बताया कि 20 साल पहले बर्फानी बाबा सरकारी नौकरी करते थे। एक प्राथमिक विद्यालय के अध्यापक हुआ करते थे।

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लेकिन जब उनकी मुलाकात एक महंत से हुई तो बर्फानी बाबा ने मोह माया की ज़िंदगी को छोड़कर साधु बनने का फैसला लिया। बर्फानी बाबा ने बताया कि 1999 के बाद जहा जहा भी कुंम्भ और महाकुंभ का आयोजन हुआ है वहा वो हमेशा जाते है।

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