ब्रह्म मुहूर्त में खुले बदरीनाथ धाम के कपाट, दर्शन करने पहुंचे दस हजार श्रद्धालु

बदरीनाथबदरीनाथ। बदरीनाथ मंदिर के कपाट बुधवार की भोर में करीब तीन बजे खुल गए। चांदी का दरवाजा खुलने पर मंदिर के रावल ईश्वरी प्रसाद नम्बूरी, धर्माधिकारी भुवन चंद उनियाल और वेदपाठियों ने मंदिर में अखण्ड ज्योति और भगवान के दर्शन किए।

बदरीनाथ की भक्ति

इसके बाद भगवान बदरीविशाल के घृत कंबल का अनावरण किया गया। विशेष पूजा अर्चना की गई औऱ चार बजकर 31 मिनट पर भगवान का दर्शन आम भक्तों के लिए सुलभ किया गया। दस हजार से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचे।

बदरीनाथ धाम में काफी ठंड होने के बाद हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। भक्तिमय माहौल के बीच 15 कुंतल फूलों और विशेष लाइटों से सजाए गए श्री बदरीनाथ का नजारा देखने लायक रहा।

भगवान के दर्शन के लिए कतारों में खड़े श्रद्धालु जय बदरी विशाल के जयकारे लगाते रहे। महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे सभी भगवान के दर्शन के लिए उत्साह के साथ लाइन में खड़े रहे।

इससे पहले कपाट खुलने की प्रक्रिया भोर में तीन बजे ब्रह्म मुहूर्त में शुरू हुई। मंदिर के रावल ईश्वरी प्रसाद नम्बूरी की उपस्थिति में टिहरी नरेश के राजपुरोहित, बामणी गांव के हकहकूकधारी और मंदिर समिति के अधिकारी ने मंदिर के ताले में चाबियां डालीं, जिसके बाद दरवाजा खुला।

 

कपाट खुलने के समय गढ़वाल सांसद भुवनचंद्र खंडूड़ी, श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के सीईओ ड़ॉ. बीडी सिंह भी उपस्थित थे। इससे पहले मंगलवार को भगवान बदरी विशाल की डोली बाल सखा उद्धव जी और खजांची कुबेर जी की डोलियों के साथ धाम पर पहुंची थी।

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