बच्चों से भीख मंगवाने वाली गैंग का हुआ पर्दाफाश, 44 बच्चे हुए मुक्त !

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में तेलंगाना और उत्तर प्रदेश के गिरोह बच्चों से भीख मंगवाने का काम कराते हैं. इसका खुलासा पुलिस ने छापेमारी के बाद मंगलवार को किया है.

जहांगीराबाद और अशोका गार्डन थाना क्षेत्र की पुलिस ने मंगलवार को चाइल्ड लाइन और महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों के साथ अभियान चलाया, जिसमें बच्चों से भीख मंगवाने वाला हैदराबाद और कानपुर का गिरोह पकड़ा गया.

पुलिस ने इनके कब्जे से 44 बच्चों को मुक्त कराया. पुलिस ने इन गिरोहों को चलाने वाले 7 पुरुष और 16 महिलाओं को पकड़ा है. सिर्फ दो इलाकों से इतनी बड़ी संख्या में बच्चों के पकड़े जाने के बाद भोपाल प्रशासन को लग रहा है कि प्रदेश की राजधानी के अन्य इलाकों में भी ऐसे गिरोह सक्रिय होंगे.

जहांगीराबाद थाने के सीआई कालोनी इलाके से 26 बच्चे मुक्त कराए गए हैं. वहां से इनसे भीख मंगवाने वाले 3 पुरुष और 9 महिलाएं पकड़ी गई हैं. पुलिस ने अशोका गार्डन इलाके के भीख मांगने वाले 18 बच्चों को मुक्त कराया है और पुलिस ने 4 पुरुष और 7 महिलाओं को पकड़ा है.

 

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सीआई कॉलोनी से छुड़ाए गए बच्चों के साथ जिन लोगों को पकड़ा गया है उनका कहना है कि इन बच्चों को हैदराबाद से दो महीने पहले यहां लाकर दो कमरों में रखा गया था. इन सबसे भीख मंगवाई जा रही थी.

ये सभी बच्चे शारीरिक तौर पर सक्षम हैं, लेकिन इनका हुलिया दिव्यांगों की तरह बना दिया गया था ताकि भीख ज्यादा मिल सके. अशोका गार्डन से छुड़ाए गए बच्चों की भी यही स्थिति थी. इनके पास से ट्रायसाइकिल भी मिली है. कुछ माह पहले ये कानपुर से यहां आए हैं. इन बच्चों की उम्र 3 से 15 वर्ष के बीच है.

कमिश्नर कल्पना श्रीवास्तव का कहना है कि इन बच्चों को फिलहाल श्यामला हिल्‍स स्थित अनुसूचित जनजाति छात्रावास में रखा गया है जहां उनके स्वास्थ्य परीक्षण के साथ ही भोजन आदि की व्यवस्था की गई है. अब तक विभिन्न स्थानों से भीख मांगने वाले करीब 500 बच्चे मिले हैं.

 

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