बंगाल चुनाव : अंतिम चरण में 84 फीसदी से अधिक मतदान

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के लिए गुरुवार को छठे एवं आखिरी चरण के मतदान में शाम पांच बजे तक 84 फीसदी से अधिक मतदान दर्ज किया गया। बंगाल चुनाव में कूच बिहार की नौ और पूर्वी मिदनापुर की 16 सीटों पर मतदान हुआ। बांग्लादेश के साथ जमीन स्थानांतरण समझौते में भारत को मिले ‘एंक्लेव’ के निवासियों ने पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग किया। कूच बिहार के ऐसे पूर्ववर्ती 51 ‘एंक्लेव’ के मतदाताओं में 103 साल के बुजुर्ग असगर अली भी हैं जिन्होंने पहली बार वोट डाला।

बंगाल चुनाव

बंगाल चुनाव का आखिरी चरण

निर्वाचन आयोग के अधिकारी ने बताया कि कूच बिहार के 9 तथा पूर्वी मिदनापुर जिला के 16 विधानसभा क्षेत्रों में पहले आठ घंटों के दौरान 58,04,019 मतदाताओं में से 74 फीसदी से अधिक ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इसके साथ ही एक महीने तक चला चुनाव गुरुवार को खत्म हो गया।

बंगाल चुनाव के आखिरी चरण में कुल 170 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, जिनमें 18 महिलाएं भी हैं।

छिटपुट हिंसा की घटनाएं भी सामने आई हैं। कांग्रेस ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर धांधली करने का आरोप लगाया।

निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी के मुताबिक, अपराह्न तीन बजे तक कुल 74.15 फीसदी मतदान हो चुका था, जिनमें पूर्वी मिदनापुर में 75.19 फीसदी तथा कूच बिहार में 72.31 फीसदी मतदान दर्ज किया गया।

कूच बिहार जिले में 9,000 से अधिक मतदाताओं ने आजादी के बाद पहली बार अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इनमें से तीन की उम्र 100 साल से अधिक है। इस लिहाज से यह उनके लिए एक ऐतिहासिक दिन रहा।

कूच बिहार से तृणमूल के उम्मीदवार नाताबरी रबींद्र नाथ घोष उस वक्त विवादों में घिर गए, जब एक मतदान केंद्र पर कैमरे में एक पुलिस अधिकारी को धमकाते दिख गए।

पूर्वी मिदनापुर में निर्वाचन आयोग ने दिव्यांग मतदाताओं के लिए उनके अनुकूल 4,000 से अधिक मतदान केंद्र बनाए, जहां बड़ी संख्या में ऐसे मतदाता पहुंचे।

पूर्वी मिदनापुर के मोयना निर्वाचन क्षेत्र में मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर अपने एक एजेंट का घर तोड़ने का आरोप लगाया। इस निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं को डराने-धमकाने के आरोप में तृणमूल के पांच कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है।

नंदीग्राम में विपक्षी पार्टियों ने तृणमल पर अपने एजेंट को डराने-धमकाने का आरोप लगाया है।

पूर्वी मिदनापुर में सभी की आंखें नंदीग्राम पर बनी हुई हैं, जहां 2006-2007 में तत्कालीन वाम मोर्चे की सरकार के विरोध में किसान आंदोलन हुआ था। इस आंदोलन ने राज्य से 34 वर्षो से सत्ता में काबिज वाम मोर्चे को सत्ता से उखाड़ फेंकने में अहम भूमिका निभाई थी।

तृणमूल कांग्रेस ने 2011 में कांग्रेस के साथ गठबंधन में इस इलाके में 20 सीटें जीती थी। इस बार कांग्रेस का गठबंधन वाम मोर्चे के साथ है।

बंगाल चुनाव के इस चरण में वाम मोर्चा जहां 18 सीटों पर चुनाव लड़ रहा है, वहीं कांग्रेस ने चार सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि गठबंधन तीन निर्दलीय उम्मीदवारों को समर्थन दे रहा है।

तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सभी 25 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं।

बंगाल चुनाव की मतगणना 19 मई को होगी।

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