बंगाल की झोली में आया दो लाख करोड़ का निवेश

बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिटकोलकाता। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यहां शनिवार को घोषणा की कि राज्य सरकार की ओर से आयोजित दो दिवसीय बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट में प्रदेश को 2,35,290 करोड़ रुपये मूल्य के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। सम्मेलन के समापन दिवस पर प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए ममता ने कहा कि विनिर्माण क्षेत्र ने 61,765 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आकर्षित किए हैं।

इसके अलावा अन्य बड़े क्षेत्रों में एमएसएमई ने 50,710 करोड़ रुपये, नगर विकास ने 46,600 करोड़ रुपये और परिवहन ने 38,801 करोड़ रुपये के व्यापार प्रस्ताव आकर्षित किए हैं।

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ममता ने कहा, “नोटबंदी के बावजूद सम्मेलन के दौरान 2,35,290 करोड़ रुपये निवेश की प्रतिबद्धता जाहिर की गई है।”

उन्होंने कहा कि पहले के दो सम्मेलनों (2015 और 2016) के दौरान राज्य को 4.93 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले थे, जिनमें से 40 प्रतिशत निवेश प्रस्ताव पहले ही मूर्त रूप लेने के चरण में हैं।

राज्य के वित्त, वाणिज्य और उद्योग मंत्री अमित मित्रा ने कहा कि तीसरे सम्मेलन में आकाशीय ‘मास रैपिड ट्रांजिट’ के निर्माण के लिए चीनी स्थित टीईबी टेक्नोलॉजी ने 27,200 करोड़ रुपये निवेश की प्रतिबद्धता जाहिर की है, जबकि कोरिया के हानडोंग विश्वविद्यालय ने एक ‘ग्रीन सिटी’ के निर्माण के लिए सरकार द्वारा संचालित पश्चिम बंगाल आवास अवसंरचना विकास निगम के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है।

ममता ने कहा कि नॉर्वे ने समुद्री क्षेत्र में अभिरुचि दिखाई है, जबकि इटली के प्रतिनिधिमंडल ने चमड़ा और विनिर्माण क्षेत्र की परियोजनाओं में निवेश की अपनी इच्छा जाहिर की है।

उन्होंने यह भी कहा कि चीनी प्रतिनिधिमंडल ने आधारभूत संरचना और विनिर्माण क्षेत्र में दिलचस्पी दिखाई है, जबकि जापान ने पेयजल और मोनो रेल परियोजनाओं में भागीदारी की इच्छा जताई है।

मित्रा ने कहा, “जापान हावड़ा-योकोहामा साझेदारी की प्रक्रिया में तेजी लाएगा। जर्मनी की एक बड़ी कंपनी वस्त्र कंपनी ओरलिंकॉन बरमाग ने कहा कि वह धन का इंतजाम कर रही है। धन मिल जाने पर वह राज्य में एक वस्त्र मशीनरी संयंत्र की स्थापना करेगी।”

सम्मेलन को अत्यधिक सफल बताते हुए ममता ने एक बार फिर उद्योगपतियों से बंगाल में निवेश करने का अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री ने कहा, “अगर आप बंगाल में निवेश करते हैं तो आप बांग्लादेश, भूटान, नेपाल और पूर्वोत्तर राज्यों में उद्योगों का विकास कर सकते हैं। आप थाईलैंड, म्यांमार और सिंगापुर में भी उद्योग लगा सकते हैं, जो बंगाल से अधिक दूर नहीं हैं।”

मित्रा ने कहा अगला सम्मेलन साल 2018 में 16-17 जनवरी को होगा।

वैश्विक विचार मंच होरेसिस के प्रमुख फ्रैंक जुरगेन रिचर ने घोषणा की कि अगली एशिया बैठक कोलकाता में इस साल नवम्बर महीने में होगी।

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