एंटरटेन करने के साथ एजुकेट करती हैं फिल्में

फिल्मेंनई दिल्ली | अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने शुक्रवार को कहा कि फिल्में शिक्षा का महत्वपूर्ण साधन हैं। डीएचएफएल प्रामेरिका लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के ‘बेहतर इंडिया’ अभियान और एनडीटीवी के एंबेसडर सुशांत, राजधानी के वसंत विहार इलाके में मॉडर्न स्कूल के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे, जहां उन्होंने पर्यावरण संबंधित मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत पर जोर दिया।

उन्होंने कहा कि फिल्म उद्योग को पर्यावरण पर फिल्म बनाने के बारे में सोचना चाहिए।

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सुशांत ने कहा, “जब आपके सामने कोई तथ्य आता है तो आपको किसी मुद्दे के बारे में अगले 10-15 मिनट तक सोचते, लेकिन लंबे समय तक यह दिमाग में नहीं रहता है। लेकिन जब हमारे सामने कोई अच्छी कहानी (फिल्मों के माध्यम से) सामने आती है तो वह लंबे समय तक दिल-दिमाग में बनी रहती है।”

उन्होंने कहा, “हम फिलम माध्यम का इस्तेमाल किसी कहानी को कहने के बेहतर साधन के रूप में कर सकते हैं। इसमें पर्यावरण संबंधी मुद्दों को बुना जा सकता है।”

अपनी आगामी फिल्म के बारे में सुशांत ने कहा, “अभी मैं ‘चंदा मामा दूर के’ पर काम कर रहा हूं, जिसके लिए मैं हाल ही में नासा गया था। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान के मेरे सभी दोस्त पढ़ाई करके नासा जाना चाहते थे। उनमें से मैं पहला व्यक्ति हूं, बगैर इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी किए वहां गया।”

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