फर्ज: लवलीना वर्ल्ड चैंपियनशिप में जीते कैश अवार्ड की राशि से कराया मां का किडनी ट्रांसप्लांट, उपचार के साथ की ओलंपिक की तैयारी

पिछले वर्ष कोरोना में लवलीना पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा, पहले वो खुद संक्रमित हो गई उसके बाद उनकी माँ की तबीयत खराब हो गई। डॉक्टरों ने कहा माँ की दोनों किडनी खराब हो गई है, ट्रांसप्लांट के अलावा कोई चारा नहीं है। इस पर लवलीना ने खुद डोनर (किडनी दान देने वाला ढूंढा) और वर्ल्ड चैंपियनशिप के पदक से जीते कैश अवार्ड की राशि 25 लाख लगाकर माँ की कोलकाता में किडनी ट्रांसप्लांट कराई।

टोक्यो ओलंपिक में लवलीना ने अपने कद का फायदा उठाया

  • राष्ट्रीय कोच मोहम्मद अली कमर ने कहा, ‘उसने (लवलीना) जवाबी हमलों पर रणनीति पर अमल किया और अपने कद का फायदा उठाया. पिछले मुकाबले में इसी विरोधी के खिलाफ आक्रामक होने की कोशिश में वह हार गई थी. इस बार हमने उसे कहा कि आप खड़े रहो और उसे आने दो.’
  • उन्होंने कहा, ‘उसने जबर्दस्त धैर्य का प्रदर्शन किया और रोमांचित नहीं हुई. उसने अति आक्रामक होने की कोशिश भी नहीं की और रणनीति पर अच्छी तरह से अमल किया. वह आक्रामक होती तो चोटिल हो सकती थी.’
  • पिछले साल कोरोना संक्रमण की शिकार हुई लवलीना यूरोप में अभ्यास दौरे पर नहीं जा सकी थी. रेफरी ने जैसे ही विजेता के रूप में उनका हाथ उठाया, वह खुशी के मारे जोर से चीख पड़ीं.
  • असम के गोलाघाट जिले की लवलीना ने किक बॉक्सर के रूप में शुरूआत की थी, लेकिन बाद में भारतीय खेल प्राधिकरण के पदम बोरो ने उनकी प्रतिभा को पहचाना. उन्होंने मुक्केबाजी में उसका पदार्पण कराया और अपनी पहली ही विश्व चैम्पियनशिप में 2018 में उसने कांस्य पदक जीता. अगले साल फिर उस प्रदर्शन को दोहराया.
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