पैसे का लालच देकर बालक- बालिकाओं से कराया गया ज्यादा काम…          

रिपोर्ट- राजीव कुमार गुप्ता

कोंडागांव, छत्तीसगढ़। कोंडागाँव जिला के आदिवासी अंचल भोले भाले बालक-बालिकाओं, महिलाओं को कुछ लोग ज्यादा पैसों मे काम दिलाने का लालच देकर अन्य राज्यों में बंधुआ मजदूरी कराए जाने की शिकायत पर गंभीरता से कार्रवाई करते हुए कोंडागांव पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है।

छत्तीसगढ़

पुलिस ने लंबी जांच पड़ताल और घेराबंदी के बाद 5 मानव तस्करों को गिरफ्तार किया है और इनके चंगुल से 70 ऐसे बच्चों और महिलाओं को मुक्त कराया गया है जो अन्य राज्यों में बंधुआ मजदूर के तौर पर बेच दिए गए थे।

बीमारी की हालत में भी उनसे मजदूरी कराई जाती थी और उन्हें वापस घर लौटने नहीं दिया जा रहा। इसी तरह थाना माकड़ी क्षेत्र में भी अधिक मजदूरी का लालच देकर कुछ महिलाओं और बालिकाओं को दूसरे राज्य ले जाने व जबरन बंधक बनाकर मजदूरी कराने की शिकायत मिली थी।

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कोंडागाँव एस पी सुजीत कुमार ने बताया कि 5 आरोपियों को न्यायिक रिमाण्ड पर भेज दिया गया है। पूरे रेस्क्यू अभियान में छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के 42 बालिकाओं 28 बालक को सकुशल वापस लाया गया। पुलिस का कहना है कि अभी करीब 300 और बालक बालिकाएं और महिलाएं बंधकों के कब्जे में हैं और इनसे सेलम, चेन्न्ई, हैदराबाद सहित कुछ अन्य शहरों के उद्योगों में बतौर बंधुआ मजदूर काम लिया जा रहा है। इन्हें भी जल्द ही छुड़ा लिया जाएगा।

 

 

 

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