पुलिस वाले की शर्मसार व्यवहार वरिष्ठ पत्रकारों के साथ बदसलूकी
रिपोर्ट -अमर सदाना
बेमेतरा, छत्तीसगढ़ । एक तरफ छत्तीसगढ़ की सरकार पत्रकारों की सुरक्षा कानून लाने की बात कर रहा है वहीं पर पत्रकारों के साथ बदसलूकी का मामला दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है बिना जांच किए बिना किसी पुष्टि के वरिष्ठ पत्रकारों के साथ भी आम नागरिकों के जैसा व्यवहार साजा थाने के पुलिस कर्मचारियों के द्वारा करना बेहद ही शर्मसार है ।
आपको बता दूं इस मामले को लेकर जिला के तमाम पत्रकार एक होकर पत्रकारों के साथ हो रहे अत्याचार को लेकर अनशन में बैठकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग पर अड़े पत्रकार आपको बता दूं कि हमारे वरिष्ठ पत्रकार जिनको सूचना मिला था कि साजा थाना में अवैध शराब का माफिया सक्रिय रूप से कारोबार कर रहे हैं ।
जिनका खबर कवरेज करने के लिए पहुंचे हुए थे वीडियो बनाते देख उनके हाथों से मोबाइल छीन लिया गया और आरोपी की तरह उनके साथ मारपीट गाली-गलौज किया गया है जो पुलिस प्रशासन नियत को जाहिर कर रहा है इससे आप स्पष्ट पता लगा सकते हैं।
प्रदूषण का कहर! दिल्ली सरकार इस दिन से लागू करेगी ऑड-ईवन का नियम, चार साल बाद…
किस तरह खाकी का रौब पत्रकारों के साथ किया जा रहा है आपको बतादु की पुलिस एक जिम्मेदार व्यक्ति के साथ इस तरीके से दुर्व्यवहार कर रहे हैं तो आम नागरिकों के साथ कैसा व्यवहार करते होंगे यह पुलीस का तानाशाही रवैए जो छत्तीसगढ़ के पुलिस की छवी जाहिर कर दी है।
अब देखने वाली बात यह है कि पुलिस प्रशासन आखिरकार इस रवैया से बाज आते हैं और क्या वरिष्ठ पत्रकार को न्याय मिल पाता है कि नहीं यह हम आप सब तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल जी के द्वारा अपने घोषणा पत्र में कहे गए पत्रकार सुरक्षा का खुला उल्लंघन का एक जीता जागता स्वरूप बेमेतरा जिले में देखने को मिला है।