पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर मजदूर ने दी जान, एससी-एसटी ऐक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज

पुलिस की प्रताड़नालखनऊ पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर एक मजदूर ने आत्महत्या कर ली। रविवार सुबह युवक का शव घर के पास एक पेड़ पर लटका मिला। परिजनों को जब जानकारी हुई तो पूरा परिवार दुख में डूब गया। परिवार ने काकोरी थाने के दरोगा को जिम्मेदार ठहराया है। उत्पीड़न की जानकारी मिलने के बाद बीजेपी सांसद कौशल किशोर की अगुआई में स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। हंगामे के बाद एसएसपी के आदेश पर उत्पीड़न के आरोपित के खिलाफ उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया गया है।

पुलिस की प्रताड़ना पर मामला दर्ज

एसएसपी के आदेश पर काकोरी थाने के दरोगा जयचंद्र बाबू शर्मा, गांव के ही नरेश, पप्पू, रामू और अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और एससी-एसटी ऐक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है। दरोगा को निलंबित करने के लिए चुनाव आयोग को भी रिपोर्ट भेजी गई।

परिवारीजनों के अनुसार, पांच नवंबर को दरोगा जयचंद्र बाबू ने कमलेश और चार अन्य लोगों को जुआ खेलने के आरोप में पकड़ा था।

15 नवंबर को कमलेश को बिजली के तार चोरी करने के आरोप में उठा लिया गया। इसके बाद आए दिन उसे परेशान किया गया। वह हर समय पुलिस के खौफ में रहता था। शनिवार को इलाके में फिर बिजली के तार चोरी हो गए थे।

गांव के कुछ लोगों ने कमलेश को बताया था कि पुलिस उसे ढूंढ रही है। कमलेश रात में डरा हुआ मां के पास पहुंचा था।

उसने खाना खाने के लिए 100 रुपये मांगे और कुछ दिन बाद आने की बात कहकर चला गया। रात में पुलिस भी उसकी तलाश में आई थी।

इसके बाद वह बिना बताए कहीं चला गया। रविवार सुबह गांव वालों ने घर से कुछ दूर एक पेड़ पर कमलेश का शव लटकता हुआ देखा।

LIVE TV