पीएम मोदी ने कहा- रोजाना 10 लाख इजाफा होगे टेस्ट

पीएम मोदी ने आगे कहा कि दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और कोलकाता आर्थिक गतिविधि के दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण हैं. यहां देश के लाखों युवा अपने सपनों को पूरा करने आते हैं. ऐसे में देश की मौजूदा टेस्ट कैपिसिटि में 10000 का इजाफा हो जाएगा. अभी शहरों में टेस्ट और ज्यादा तेजी से हो सकेगा. ये लैब्स सिर्फ कोरोना टेस्टिंग तक ही सीमित नहीं रहेगी, बल्कि भविष्य में एचआईवी, डेंगू सहित अन्य खतरनाक बीमारियों की जांच भी करेगा.

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में सही समय पर सही फैसले लिए गए इसी वजह से भारत अन्य देशों के मुकाबले संभली हुई स्थिति में है. आज हमारे देश में कोरोना से होने वाली मृत्यु दर कई बड़े देशों की तुलना में काफी कम है. साथ ही हमारे यहां रिकवरी रेट भी काफी अच्छा है.

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आने वाले समय में कई सारे त्योहार आने वाले हैं. इस दौरान हमें काफी सावधान रहने की जरूरत है. इसके साथ ही गरीबों को अनाज मिलना भी सुनिश्चित करना जरूरी है. जब तक कोरोना का इलाज नहीं मिल जाता तब तक हमें सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क का प्रयोग आदि के द्वारा ही कोरोना से बचना होगा.

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में करीब 10 लाख लोग ठीक हुए हैं. कोरोना के खिलाइ इस लड़ाई में सबसे जरूरी था कोरोना के मद्दनेजर हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करना. इसलिए केंद्र सरकार ने 15 हजार करोड़ रुपये का पहले ऐलान कर दिया था. भारत ने आइसोलेशन, टेस्टिंग से लेकर नेटवर्क स्थापित करने तक काफी तेजी से काम किया.

पीएम मोदी ने कहा पूरे देश में आज 1300 से अधिक लैब्स काम कर रही हैं. आज भारत में पांच लाख से ज्यादा टेस्ट हर रोज हो रहे हैं. आने वाले हफ्तों में इसे 10 लाख प्रतिदिन करने की कोशिश हो रही है. इस महामारी के दौरान हर कोई सभी भारतीयों को बचाने के संकल्प से जुड़ा है. भारत ने जो किया वो एक सफल कहानी है.

उन्होंने कहा कि एक समय भारत में पीपीई किट्स नहीं बनता था. लेकिन छह महीने में भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा पीपीई किट्स उत्पादक देश बन गया है. हमारे यहां प्रत्येक दिन हर रोज पांच लाख से ज्यादा पीपीई किट्स बन रहे हैं. आज भारत में तीन लाख से ज्यादा एन -95 मास्क हर रोज बन रहे हैं. जबकि पहले हम दूसरे देशों से मंगा रहे थे. पहले भारत वेंटिलेटर के लिए भी दूसरे देशों पर निर्भर था. लेकिन आज हमलोग एक साल में तीन लाख वेंटिलेटर्स बना सकते हैं. सभी के सामूहिक प्रयासों की वजह से लोगों का जीवन भी बच रहा है साथ ही आयात करने वाले चीजों का निर्यात कर पा रहे हैं.

लैब उद्घाटन के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन और स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के साथ-साथ तीनों राज्यों के मुख्यमंत्री- यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी मौजूद थे.

जाहिर है हाल के दिनों में कोरोना टेस्टिंग बढ़ी है इस वजह से काफी ज्यादा केस सामने आ रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रविवार को मन की बात कार्यक्रम में कहा था कि कोरोना वायरस का खतरा टला नहीं है और अभी भी वह उतना ही घातक है जितना शुरुआत के दिनों में था.

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