लगता है मोदी जी ने मेरी सुन ली…

पीएम मोदीवाराणसी। उत्‍तर प्रदेश में पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस के एक चायवाले पर बीते दिनों कुछ ऐसी गुजरी कि उसने पीएम को पत्र लिखकर आत्‍महत्‍या करने की इजाजत मांगी। दरअसल बनारस के फूलपुर के बिंदा गांव के रहने वाले राजेंद्र का पिछले 15 सालों से एक जमीनी विवाद चल रहा है।

पीएम मोदी को लिखा पत्र

राजेंद्र जमीन के पट्टे के लिए पिछले 15 सालों से भटक रहे हैं, लेकिन कोई उनकी नहीं सुन रहा था। इसके बाद ही उन्‍होंने पीएम मोदी को एक पत्र लिखा। इस पत्र के बाद प्रशासन हरकत में आया और उनके अंदर न्‍याय की उम्‍मीद जगी। इस पत्र के बाद फूलपुर के एसओ राजीव सिंह मंगलवार को राजेंद्र को साथ लेकर पिंडरा एसडीएम सुशील कुमार गौड़ के ऑफिस पहुंचे।

यह वही एसडीएम हैं जिन्होंने कुछ दिनों पहले जनचौपाल में राजेंद्र की बातें अनसुनी कर दी थीं। बदले माहौल में उसकी बातें न सिर्फ ध्यान से सुनी गईं बल्कि मामले के हल का भरोसा भी दिया गया। एसडीएम ने कहा कि जांच कराकर जमीन के पट्टे के लिए प्रस्ताव तैयार कराया जाएगा। एसडीएम कार्यालय से बाहर निकले राजेन्द्र ने बोल पड़े कि लगता है मोदी जी ने उसकी सुन ली, तभी तो पुलिस व प्रशासन सक्रिय हुआ है।

इससे पहले राजेंद्र ने पीएम को भेजे गए पत्र में क्षेत्रीय लेखपाल और पूर्व प्रधान की हत्या करने की इजाजत मांगी थी। उन्होंने लिखा था कि दोनों की हत्या करने के बाद वह खुद आत्‍महत्या कर लेंगे। उनके इस पत्र के बाद ही प्रशासन में हडकंप मच गया। समझाने-बुझाने के दौर के बाद अब प्रक्रिया पूरी करने की तैयारी हो रही है।

राजेंद्र करखियांव एग्रो पार्क के पास अपनी जमीन पर झुग्गी लगाकर चाय बेचते थे। 2001 में पार्क के लिए उनकी जमीन, मकान, पोखरा, बांस की कोठी-बगीचा तक अधिग्रहित कर लिया गया। बदले में ग्राम प्रधान ने एग्रो पार्क के पास उसे दुकान लगाने को जगह दी और वादा किया था कि इस जमीन का पट्टा उसके नाम से कर दिया जाएगा। तब से अब तक जमीन का पट्टा उनके नाम नहीं हो सका। इसी के लिए वह बीते 15 सालों से भटक रहे थे लेकिन अब उनके अंदर न्‍याय की उम्‍मीद जग उठी है।

LIVE TV