चीन ने पाकिस्तान के साथ खेला गेम, नवाज नहीं पीएम मोदी के लिए खोल दिया रास्ता
नई दिल्ली| चीन और पाकिस्तान के बीच प्रस्तावित आर्थिक कॉरिडोर अचानक पाकिस्तान के गले की फाँस बन गया है| चीन ने पाकिस्तान को धोखा दिया है| पाकिस्तान को लग रहा है कि यह कॉरिडोर भारत को फायदा पहुंचाएगा। इससे वह डरा हुआ है|
भारत पहले ही चीन और पाकिस्तान के बीच बनने वाले इस आर्थिक कॉरिडोर (सीपीईसी) का विरोध कर चुका है| यह कोरिडोर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के माध्यम से चलेगा|
पाकिस्तान को धोखा
पाकिस्तानी सांसदों ने यह संदेह व्यक्त किया है कि चीन इस आर्थिक कॉरिडोर का प्रयोग भारत के साथ व्यापार के लिए भी कर सकता है| पाकिस्तानी संसद की योजना और विकास के लिए बनाई गई स्टैंडिंग कमेटी ने पाया है कि चीन इस कॉरिडोर का प्रयोग भारत, यूरोप और मध्य एशिया के दूसरे देशों के साथ व्यापार के नए रास्ते बनाने के लिए कर सकता है|
स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन सैयद ताहिर हुसैन मशहदी कहा कि चीन निश्चित तौर पर सीपीईसी का प्रयोग अपने व्यापार को भारत के साथ बढ़ाने में प्रयोग कर सकता है| चीन इस कॉरिडोर के जरिए अपने आठ अविकसित प्रांतों को आर्थिक गति देगा| जब कोई निवेश करता है तो वह अपने फायदे के बारे में ही सोचता है|
गत सप्ताह पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने बलूचिस्तान में ग्वादर बंदरगार में परिचालन गतिविधियों का उद्घाटन किया था|