नोटबंदी की चपेट में आए पाकिस्तान के ‘इंटरनेशनल खिलाड़ी’

पाकिस्तानी डिप्लोमेट्सनई दिल्ली| पीएम नरेन्द्र मोदी के द्वारा की गयी नोटबंदी ने पाकिस्तानी डिप्लोमेट्स की नाक में दम कर दिया है| दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के डिप्लोमेट्स की सैलरी के डॉलर में आने से भारतीय बैंकों ने लेने से माना कर दिया है| इसके बाद इस्लामाबाद ने नई दिल्ली से कड़ा एतराज जताया है और बदले की कार्रवाई करने की धमकी भी दी है|

पाकिस्तानी डिप्लोमेट्स की हालत खराब

पाकिस्तान ने कहा है कि अगर जल्द इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो पकिस्तान में स्थित भारतीय उच्चायोग को भी भारी मुसीबत उठानी पड़ेगी| यह सब कुछ अमृतसर में होने वाली हार्ट ऑफ एशिया कॉन्फ्रेंस से ठीक पहले हुआ है| इस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज हिस्सा ले रहे हैं|

नियम के मुताबिक़, भारत में अगर कोई डिप्लोमैट पांच हजार अमेरिकी डॉलर तक निकालता है तो उसे किसी कागजात की जरूरत नहीं पड़ती, लेकिन नोटबंदी की वजह से डॉलर्स की डिमांड में काफी तेजी आई है| इस कारण पाकिस्तानी उच्चायोग के स्टाफ से बैंक ने ‘लेटर ऑफ परपज’ मांगने लगा है| भले ही वह 5 हजार से कम निकालें या ज्यादा|

पाकिस्तानी ने इस पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है| पाक ने कहा है कि भारत में उसके स्टाफ को पैसा नहीं निकालने देने का मतलब वियना प्रोटोकॉल का उल्लंघन है| इस उकसावे की कार्रवाई के खिलाफ पाकिस्तान भी एक्शन ले सकता है, जिससे उसके यहां तैनात भारतीय डिप्लोमैट्स को भी सैलरी निकालने में दिक्कत हो सकती है|

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