पहले जहां कमेला था, अब वहां शिक्षा की मुस्कान फैलेगी

मेरठ / हापुड चूगीं : पहले जहां कमेला था, अब वहां शिक्षा की मुस्कान फैलेगी। हर सुबह छात्राओं की जिंदगी संवरेगी। बेटियों को शिक्षित कर सशक्त बनाया जाएगा। पुराने कमेले की जमीन पर बने राजकीय कन्या बालिका विद्यालय में बृहस्पतिवार से दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो गई।
स्कूल के रजिस्ट्रर में सबसे पहला नाम आरिफा का दर्ज हुआ है। उसने कक्षा में एडमिशन लिया है। पहले दिन करीब सौ छात्राओं ने फॉर्म लिए।नगर निगम की जमीन पर पुराना कमेला बना था। कैबिनेट मंत्री आजम खां ने कमेला हटवाकर 6 जनवरी 2014 को राजकीय कन्या बालिका विद्यालय की नींव रखी।
मल्टी सेक्टोरेल प्लान के तहत इसके लिए दो करोड़ 90 लाख 34 हजार रुपये अवमुक्त कर दिए गए और विद्यालय का निर्माण शुरू हो गया। यहां शुरू में 14 कमरे बनने थे, पर लेआउट के बाद 21 कमरे फाइनल किए गए। नतीजा लागत बढ़ गई और लगभग एक करोड़ रुपये और स्वीकृत किए गए।
अब यह भवन जी प्लस टू बन रहा है। फिलहाल जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, सीएनडीएस एवं शिक्षा विभाग के संयुक्त समन्वय से यहां काम शुरू हुआ। भूतल पर आठ कमरों का निर्माण पूरा हो गया है। पहले बिल्डिंग हैंडओवर के लिए विभाग एक-दूसरे पर ठीकरा फोड़ते रहे।
लेकिन जब अमर उजाला ने मामले को प्रमुखता से उठा तो अधिकारियों नेे समस्या का समाधान किया। वहीं सीएम के आने की आहट के बीच दाखिले की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। हालांकि सीएम का दौरा फिलहाल रद हो गया है।

प्रिंसिपल और छह टीचर तैनात
सत्र 2016-2017 के लिए दाखिले शुरू हुए हैं। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी एसएन पांडे, जिला विद्यालय निरीक्षक श्रवण कुमार यादव, सीएनडीएस के मुख्य महाप्रबंधक, प्रधानाचार्य और शिक्षकों की मौजूदगी में पहला दाखिला कक्षा छह में हुआ। जाकिर कॉलोनी निवासी आरिफा ने दाखिला लिया। इसके अलावा सौ छात्राओं ने एडमिशन फार्म खरीदे।
संवाददाता :- अक्षय कुमार

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