परमाणु समझौते को लेकर ईरान ने साफ की अपनी मंशा, अब बारी है इस देश की…

तेहरान। ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने कहा है कि यूरोपीय संघ (ईयू) में 2015 के परमाणु समझौते से संबंधित अपनी प्रतिबद्धताओं को लागू करने के लिए संकल्प और शक्ति की कमी है। इस परमाणु समझौते को संयुक्त व्यापक कार्रवाई योजना (जेसीपीओए) के रूप में जाना जाता है।

जरीफ ने सोमवार को कहा, “आईएनएसटीईएक्स (यूरोप इंस्ट्रूमेंट इन सपोर्ट ऑफ ट्रेड एक्सचेंज) के क्रियान्वयन के संदर्भ में बार-बार देरी दिखाता है कि यूरोपीय लोगों के पास अपनी प्रतिबद्धताओं के क्रियान्वयन के लिए न तो शक्ति है और न ही दृढ़ निश्चय, जिससे जेसीपीओए के तहत ईरान के आर्थिक हितों की सुरक्षा हो सके।”

ईरान के मंत्री मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका के लिए ब्रिटिश राज्य मंत्री एंड्रयू मुरीसन की मांग का जिक्र कर रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा कि उनके हालिया ईरान दौरे के बाद यूरोपीय पार्टियों को आईएनएसटीईएक्स प्रणाली के क्रियान्वयन को टालना चाहिए।

अमेरिका के मई 2018 में जेसीपीओए से बाहर होने व अमेरिका के ईरान के खिलाफ प्रतिबंधों के बाद ईयू ने 31 जनवरी को नए संस्थान आईएनएसटीईएक्स की स्थापना की घोषणा की, जिससे ईरान के साथ व्यापार को सुरक्षित रखा जाए।

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ईयू ने कहा है कि वह ईरान को समझौते से फायदा प्राप्त करने में मदद देने के लिए ज्यादा से ज्यादा कोशिश कर रहा है।

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