पति की हत्या के बाद राजनीति में आईं रमा देवी, शिवहर में है इनका बोलबाला !

बिहार के शिवहर जिले में जो लोकसभा सीट है, वो देश की सबसे पुरानी लोकसभा सीटों में से एक है. इस सीट से एक समय पर स्वतंत्रता सेनानी ठाकुर जुगल किशोर सिन्हा चुनाव लड़ते थे. सहकारी आन्दोलन के जनक भी कहे जाते हैं.

इस सीट पर इस बार बीजेपी ने अपना उम्मीदवार रिपीट किया है. पिछले दो बार के चुनावों में यहां से रमा देवी खड़ी हो रही हैं , और जीत रही हैं. इस बार भी इस सीट से उन्हें ही खड़ा किया है बीजेपी ने. मोहम्मद अनवर-उल-हक इनके करीबी अपोनेंट हैं जो राष्ट्रीय जनता दल से हैं.

रमा देवी के पति बृज बिहारी प्रसाद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता थे. बिहार सरकार में मंत्री भी थे. 1998 में उनकी हत्या कर दी गई थी. उसके बाद से रमा देवी पॉलिटिक्स में आईं. 1998 में मोतिहारी से लोकसभा गईं, RJD के टिकट पर. लेकिन 2009 से बीजेपी की तरफ हैं. इंटरेस्टिंग बात ये है कि जिस व्यक्ति का नाम इनके पति की हत्या में लिया गया- सूरजभान सिंह, उसकी पत्नी वीणा सिंह/देवी वैशाली से लोकजनशक्ति पार्टी के टिकट पर लड़ रही हैं.

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रमा देवी का शिवहर में काफी नाम है. 10 साल के करीब वहां की सांसद रह चुकी हैं. इनकी परफॉरमेंस लोकसभा में काफी अच्छी मानी जाती रही है. द प्रिंट के डेटाबेस के अनुसार इनकी अटेंडेंस 97 फीसद है. 126 डिबेट्स में इन्होंने भाग लिया है. 561 सवाल पूछे हैं. ये सब नेशनल एवरेज के हिसाब से काफी बेहतर माना जाता है.

30 करोड़ की संपत्ति की मालकिन हैं. 2014 के चुनाव में सवा लाख से भी ज्यादा वोटों के अंतर से जीती थीं. इस बार क्या हाल रहता है, चुनाव के बाद पता चल जाएगा.

 

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