पति की लम्बी आयु के लिए महिलाओं ने वट वृक्ष की पूजा कर माँगा वरदान

रिपोर्टअश्वनी बाजपेई/औरैया 

यमराज यानी मृत्यु के देवता ,जिनके आने से किसी का भी बचना मुश्किल ही नही नामुमकिन भी है लेकिन सावित्री ने अपने पति की प्राण रक्षा के लिए न सिर्फ यमराज मनाया बल्कि अपना नाम भी अमर कर गई.

यह प्राचीन वर्षो से चली आ रही पूजा परम्परा है जिसे आज भी आधुनिक युग मे सौभाग्यवती स्त्रियों द्वारा अपने पति के लंबी आयु के लिए मनाया जाता है ।

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वट सावित्री पूजा जिसका उल्लेख धार्मिक किताबो में मिलता है जिसके अनुसार सावित्री ने अपने पति की जान स्वयं यमराज से वापस ली अपने पति को जीवित कराया ।

जिस नारी की शक्ति के आगे स्वयं मृत्यु के देवता यमराज भी हार गए ।

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उसी निर्वहन करते हुए आज भी यह पूजा चली आ रही है जिसमे विवाहिता स्त्री वट वृक्ष की पूजा कर अपने पति की दीर्घायु की कामना करती है ।

वही आज के इस आधुनिक युग में भले ही प्राचीन कथा न याद हो लेकिन एक परम्परा के तहत आज भी यह चलन चल रहा है ।

यूपी के औरैया जनपद में भी आज  विवाहिताओं ने अपने अपने पतियो की लंबी उम्र के लिए व्रत रख कर वट वृक्ष की पूजा अर्चना की ।

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