एक्टर न होता तो किसी होटल में शेफ होता : पंकज त्रिपाठी
भावुक क्षण था जब पिता हुए सम्मानित
हाल ही में गोपालगंज में ऐसे लोगों को सम्मानित किया जाना था जिन्होंने अपनी फील्ड में कुछ अच्छा काम किया है.. पंकज त्रिपाठी बिहार के गोपालगंज जिले के हैं। वो बताते हैं कि मैं शूटिंग में व्यस्त था और उसी दौरान वहां गोपालगंज जयंती थी जहाँ मुझे सम्मानित किया जाना था। व्यस्तता के कारण मैं नहीं जा पाया, तो मेरे पिताजी वहां पहुंचे और उन्हें सम्मानित किया गया। वो कहते हैं कि मेरे लिए वह भावुक क्षण था और इससे बड़ी बात क्या हो सकती है की आपके काम के लिए आपके पिताजी अवार्ड लें।
रोल पाने में थिएटर का कोई रोल नहीं
पंकज बी टाउन में आने से पहले थिएटर से जुड़े रहे हैं और एनएसडी से भी उन्होंने थिएटर की ट्रेनिंग ली। पर उनका कहना है कि यह सब चीजें रोल पाने में योगदान नहीं देती। ये सब सिर्फ आपके एक्टिंग में सहायक हो सकती हैं। रोल पाने के लिए आपको खुद भटकना पड़ता है। हालाँकि थिएटर से उनका लगाव हमेशा से रहा है पर पिछले एक साल से शूटिंग के कारण उन्हें थिएटर करने का वक़्त नहीं मिल पा रहा, पर जल्द वे और संजय मिश्रा मिलकर थिएटर करेंगे।
बचपन से है कुकिंग का शौक
पंकज त्रिपाठी कहते हैं कि अगर मैं एक्टर न होता तो किसी होटल में शेफ होता। उन्हें कुकिंग का शौक हमेशा से रहा है और आज भी शूटिंग टाइम से फ्री होकर जैसे ही वह घर पहुंचते हैं, किचन में चले जाते हैं और कुछ नया बनाते हैं।