नोट बैन से बदनाम हो रहा भारत, सफर बीच में खत्म कर घर लौट रहे पर्यटक

नोटबंदी का पर्यटन पर असरआगरा। अतुल्य भारत का दावा करने वाला देश का पर्यटन विभाग इन दिनों देश की छवि को धूमिल होने से बचा नहीं पा रहा। या यूं कहा जाए कि विभाग सरकार के फैसले के आगे मजबूर है। अब देश में लागू नोटबंदी का पर्यटन पर असर दिखाई देने लगा है। मामला एक विदेशी दम्पति का है जिन्होंने बीच में ही अपनी यात्रा ख़त्म कर विदेश लौटने का मन बना लिया।

नोटबंदी का पर्यटन पर असर

ख़बरों के मुताबिक़ कोलंबिया निवासी स्टीफेन गोमेज  अपनी पत्नी अलेजेंड्रा के साथ आगरा घूमने आए थे। मंगलवार दोपहर वह ताजगंज में खाने के लिए रेस्टोरेंट की तलाश कर रहे थे। उनका पहला सवाल यह होता कि क्या 500 और 100 के नोट स्वीकार्य होंगे। कई जगह रेस्टोरेंट पर लिखा मिल जाता या संचालक पहले ही बता देते कि बंद करेंसी स्वीकार्य नहीं है।

वह बताते हैं कि पांच नवंबर को भारत भ्रमण पर आए थे। दिल्ली एयरपोर्ट पर डॉलर एक्सचेंज कराकर करीब 1.1 लाख रुपये के 500 व 1000 रुपये के भारतीय नोट लिए। इस बीच आठ नवंबर की रात को केंद्र सरकार ने बड़े नोट बंद करने की घोषणा कर दी।

स्टीफन के अनुसार नौ नवंबर से उनके मुश्किल भरे दिन शुरू हो गए। नोटबंदी का पर्यटन पर असर यह रहा कि उनसे एक-दो दिन तो बड़े नोट में भुगतान ले लिया गया लेकिन फिर इन्कार कर दिया। हालांकि वे 24 नवंबर तक बैंकों की लाइन में लगकर नोट बदलवा कर यात्रा करते रहे। मगर अब बैंकों में नोट एक्सचेंज बंद हो गए।

वहीँ कोलम्बियन  पर्यटक की मुश्किलें क्रेडिट कार्ड ब्लॉक होने से और बढ़ गई हैं। दरअसल, भारत में स्टीफेन द्वारा छोटे-छोटे पेमेंट क्रेडिट कार्ड से करने पर कंपनी ने इसे दुरुपयोग समझते हुए बंद कर दिया।

बता दें अमूमन पर्यटक बड़े पेमेंट ही कार्ड से करते हैं। कार्ड शुरू कराने के लिए अब वह लगातार कंपनी को मैसेज कर रहे हैं। लेकिन आखिरकार पर्यटक युगल ने वापसी का निर्णय कर लिया और शाम को आगरा छोड़ दिया।

स्टीफेन ने बताया कि बैंक में नोट बदलने को खाते की जरूरत है लेकिन यह उनके पास नहीं। ऐसे में  जाएं तो कहां जाएं।

उन्होंने कहा- आइ हैव द मनी, देट्स नॉट ब्लैक (मेरे पास रुपये हैं लेकिन वह काला धन नहीं है)। यह तो मुङो आपके देश में मिला था।

वह कहते हैं कि भारत शानदार देश है, लेकिन यहां की सरकार के गैर-जिम्मेदाराना निर्णय से पर्यटकों को मुश्किल हो रही है। ऐसे में पर्यटन को नुकसान होगा। राहत की बात यह है कि उनके पास नेपाल से वापसी के टिकट हैं, इसलिए अब वे नेपाल जा रहे हैं।

हाथ में 500 और 1000 के नोट लहराते हुए गोमेज ने कहा कि ये करेंसी किसी काम की नहीं।

वहीँ पर्यटन व्यवसायी संदीप अरोरा का कहना है की ये अकेले एक पर्यटक की परेशानी नहीं है। नोटबंदी की वजह से लगभग हर विदेशी पर्यटक परेशान है इस वजह से देश कीछवि भी खराब हो रही है।

भारत आने वाला हर पर्यटक इस स्थिति से इन दिनों रूबरू हो रहा है। वह कहते हैं कि सरकार पता नहीं क्यों यहां इस समस्या पर विचार नहीं कर रही।

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