भाजपा नेता ने सरेआम पकड़ी नेता प्रतिपक्ष की कॉलर, आदिवासियों का किया अपमान

नेता प्रतिपक्ष की कॉलरभोपाल। मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में अनुसूचित जनजाति सम्मेलन के मंच पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में भाजपा सांसद सुभाष पटेल ने कथित तौर पर कार्यकारी नेता प्रतिपक्ष की कॉलर पकड़ ली थी। अगले दिन रविवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने इस घटना को आदिवासियों का अपमान बताते हुए लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को पत्र लिखकर सांसद पटेल पर कार्रवाई की मांग की।

यादव ने रविवार को कहा कि 21 जनवरी को बड़वानी में आयोजित जनजाति सम्मेलन में स्थानीय सांसद सुभाष पटेल ने मुख्यमंत्री शिवराज की मौजूदगी में कार्यकारी नेता प्रतिपक्ष बाला बच्चन की कॉलर पकड़ ली और उन्हें बोलने नहीं दिया गया। यह घटना आदिवासियों का अपमान है, इससे लोकतंत्र पर कालिख पुत गई है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के लिखे पत्र में कहा है कि भाजपा सांसदों के निरंकुश होने और सत्ता के मद में चूर होकर आपा खोने की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। मध्यप्रदेश भी इससे अछूता नहीं है।

यादव ने पत्र में लिखा है कि बड़वानी के जनजाति सम्मेलन में प्रोटोकॉल को नजरअंदाज किए जाने पर कार्यकारी नेता प्रतिपक्ष बच्चन ने अपनी बात रखने का मौका मांगा, तो भाजपा सांसद अपना आपा खो बैठे। जिद करने पर कांग्रेस नेता बच्चन को जब माइक मिला और उन्होंने आदिवासियों की बदहाली की सच्चाई सामने लानी चाही तो सांसद पटेल ने न केवल उनकी कॉलर पकड़कर धक्का-मुक्की शुरू कर दी, बल्कि मुख्यमंत्री शिवराज के इशारे पर माइक भी बंद करवा दिया।

अरुण यादव ने लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन से व्यक्तिगत रूप से आग्रह किया है कि वह अपने सांसद पर कार्रवाई करें, क्योंकि उन्होंने सार्वजनिक मंच पर अपने आचरण का नमूना पेश किया है।

उन्होंने पत्र में लिखा, “भारतीय संसद में सांसदों के आचरण को लेकर आप सदैव संजीदा रही हैं। सत्ता से जुड़े सांसद का यह आचरण भारतीय राजनीति के उच्च मानदंडों के बिलकुल विपरीत है। लिहाजा, लोकतंत्र के बड़े मंदिर की संरक्षक की भूमिका के नाते आप खरगोन के सांसद सुभाष पटेल से न केवल माकूल जवाब तलब करें, बल्कि उनके खिलाफ उचित कार्रवाई भी करें, ताकि भारतीय लोकतंत्र का पवित्र अध्याय कलंकित न हो।”

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