दिल्ली के बाद तमिलनाडु चुनावों पर मंडराया खतरा, एक चुनौती से बढ़ा चुनाव आयोग का सिरदर्द

निर्वाचन आयोगचेन्नई। एआईएडीएमके के एक पूर्व सांसद ने शनिवार को कहा कि निर्वाचन आयोग को चाहिए कि वह मतदाताओं को रिश्वत देने के आरोपी उम्मीदवार या पार्टियों पर स्थायी तौर पर प्रतिबंध लगा दे। के.सी. पलनीस्वामी ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग मतदाताओं को बड़े पैमाने पर रिश्वत देने के आरोपों के कारण चेन्नई में 12 अप्रैल को होने वाले उपचुनाव को स्थगित न करे।

तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम के नेतृत्व वाले एआईएडीएमके धड़े के प्रवक्ता पलनीस्वामी ने कहा, “यदि कोई सही मायने में चुनाव सुधार चाहता है तो किसी उम्मीदवार या राजनीतिक दल को मतदाताओं को रिश्वत देने जैसी चुनावी कदाचारों में संलिप्त पाए जाने पर चुनाव आयोग उसे चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित कर दे।”

चुनाव आयोग चेन्नई की राधाकृष्ण नगर विधानसभा सीट पर उपचुनाव स्थगित कर सकता है, क्योंकि आयकर विभाग ने कहा है कि इस समय जेल में सजा काट रहीं वी.के. शशिकला के नेतृत्व वाले एआईएडीएमके के धड़े ने मतदाताओं को लगभग 100 करोड़ रुपये वितरित किए हैं।

पूर्व सांसद टी.टी.वी. दिनाकरन एआईएडीएमके-शशिकला गुट के उम्मीदवार हैं।

आयकर अधिकारियों ने शुक्रवार को तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री सी. विजयभास्कर, उनके रिश्तेदारों, उनके करीबियों और उनके व्यापारिक साझेदारों के आवासों और व्यापारिक परिसरों पर छापे मारे।

आयकर विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “हमने कुल 5.5 करोड़ रुपये नकदी जब्त की है। हमने आर.के. नगर में 89 करोड़ रुपये बांटे जाने से संबंधित दस्तावेज भी जब्त किए हैं।”

वर्ष 2016 के चुनाव में निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं को बड़े पैमाने पर रिश्वत दिए जाने का हवाला देते हुए थंजावुर और अरवकुरुची विधानसभा सीटों पर चुनाव स्थगित कर दिया था।

किसी उम्मीदवार या किसी पार्टी को चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित करने के सवाल पर पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त टी.एस. कृष्णमूर्ति ने आईएएनएस से कहा, “निर्वाचन आयोग के पास यह अधिकार नहीं है। निर्वाचन आयोग सिर्फ चुनाव स्थगित कर सकता है।”

कृष्णमूर्ति के अनुसार, निर्वाचन आयोग जितनी बार चाहे चुनाव स्थगित कर सकता है।

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