प्रभु ने किया त्रिपुरा में नई रेल लाइन का उद्घाटन

नई रेल लाइनअगरतला।  पूर्वोत्तर राज्यों के विकास को केंद्र की प्राथमिकता बताते हुए रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने मंगलवार को अगरतला से उदयपुर तक नई रेल लाइन का उद्घाटन किया। प्रभु ने 44.76 किलोमीटर लंबी रेल लाइन का उद्घाटन नई दिल्ली से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किया।

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ध्यान पूरी तरह पूर्वोत्तर राज्यों पर केंद्रित है। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के दौरान, पूर्वोत्तर के लिए रेलवे का बजट 2,021 करोड़ रुपये था, जिसे वर्तमान वित्त वर्ष (2016-17) में बढ़ाकर 5,340 करोड़ रुपये कर दिया गया।”

प्रभु ने कहा, “आगामी वित्त वर्ष (2017-18) में पूर्वोत्तर राज्यों के बजट में और इजाफा किया जाएगा। हमने पूर्वोत्तर क्षेत्र के पिछड़ेपन तथा समस्याओं को सुलझाने के लिए हर संभव प्रयास किया है।”

रेल मंत्री ने कहा कि बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह तक पहुंच बनाने के लिए सबरूम को रेल नेटवर्क से जोड़ने के लिए 1,200 करोड़ रुपये खर्च किए गए।

प्रभु ने कहा, “रेलवे लाइन के उदयपुर तक विस्तार से दो प्रसिद्ध मंदिर -गुवाहाटी का कामख्या तथा त्रिपुरा में उदयपुर स्थित सुंदरी देवी मंदिर – रेल नेटवर्क से जुड़ गए हैं।”

त्रिपुरा के लोक निर्माण विभाग व स्वास्थ मंत्री बादल चौधरी तथा परिवहन मंत्री माणिक डे इस मौके पर अगरतला रेलवे स्टेशन पर मौजूद थे।

पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी ए.के.यादव ने कहा कि साल 2020 तक सभी पूर्वोत्तर राज्यों की राजधानी को रेल नेटवर्क से जोड़ने के लिए रेलवे ने एक महात्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की है।

परिवहन मंत्री डे ने कहा कि त्रिपुरा तथा बांग्लादेश के बीच प्रस्तावित रेल संपर्क के अलावा, दक्षिणपूर्व एशिया तक संपर्क बढ़ाने के लिए पूर्वोत्तर राज्यों को सुगमता से रेल नेटवर्क के माध्यम से म्यांमार से जोड़ा जा सकता है।

पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के मुख्य अभियंता हरपाल सिंह ने कहा कि उदयपुर (गोमती जिला) तक 44.76 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन अगरतला-सबरूम (114 किलोमीटर) नई बड़ी लाइन परियोजना का हिस्सा है।

सिंह ने कहा कि अगरतला-सबरूम परियोजना की अनुमानित लागत 3,351 करोड़ रुपये है और यह मार्च 2019 तक पूरी होगी।”

अगरतला-उदयपुर रेलवे लाइन पर तीन क्रॉसिंग स्टेशन -बिशालगढ़, बिश्रामगंज तथा उदयपुर हैं और स्केरकोट में एक हॉल्ट स्टेशन है।

इस लाइन पर 58 रोड क्रॉसिंग तथा 87 छोटे-बड़े पुल हैं।

बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह तक पहुंच बनाने के लिए सबरूम को रेल नेटवर्क से जोड़ा गया है।

साबरूम बांग्लादेश की सीमा से लगा त्रिपुरा का अंतिम सीमाई कस्बा है, जहां से बंदरगाह की दूरी मात्र 75 किलोमीटर है।

मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने बताया कि सबरूम तक रेल लाइन के विस्तार के बाद त्रिपुरा तथा समस्त पूर्वोत्तर भारत दक्षिणपूर्व एशिया से आसानी से जुड़ जाएगा।”

त्रिपुरा के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग-8 जीवनरेखा है, जिसका विस्तार पहले ही सबरूम तक किया जा चुका है। यह अगरतला से 135 किलोमीटर दक्षिण है।

एनएफआर के मुख्य अभियंता ने कहा, “उदयपुर तक रेल लाइन बिछाने का काम हमने मार्च 2017 से पहले ही पूरा कर लिया।”

अक्टूबर 2008 में छोटी लाइन का अगरतला तक विस्तार कर त्रिपुरा को भारत के रेल नक्शे पर लाया गया था। उसके बाद छोटी लाइन को बड़ी लाइन में तब्दील कर दिया गया।

इस बीच, रेलवे ने अगरतला को बांग्लादेश के अखौरा रेलवे स्टेशन से जोड़ने के लिए 15 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बिछाने का कार्य शुरू कर दिया है।

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