धरती पर मिली एक ऐसी जगह जहां जीवन है नामुमकिन!

हमने इस धरती पर कई ऐसी जगहों को देखा है या उनके बारे में सुना जो एकदम अलग और हटके होती हैं. आपको जानकर हैरानी होगी की धरती पर ऐसी जगह है जहां जीवन नामुमकिन है. यह जगह इथियोपिया के डैलोल में जियो थर्मल क्षेत्र के गर्म और खारे तालाबों की हैं.

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इन तालाबों में किसी भी तरह के सूक्ष्म जीव तक मौजूद नहीं पाए गए। ‘नेचर इकॉलॉजी ऐंड इवोल्यूशन’ नामक जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन से पता चला है कि इथियोपिया ये तालाब बहुत ज्यादा एसिडिक प्रॉपर्टी वाले भी हैं. इस कारण यहां जीवन पूरी तरह से असंभव है. स्पैनिश फाउंडेशन फॉर साइंस एंड टेक्नॉलजी (एफईसीवाईटी) के शोधकर्ता वैज्ञानिकों ने बताया कि डैलोल क्षेत्र नमक से भरे ज्वालामुखी के मुख (क्रेटर) पर स्थित है.

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हाइड्रोथर्मल गतिविधियों के चलते इस क्रेटर से लगातार उबलता पानी और जहरीली गैसें निकलती रहती हैं। यहां तकत कि सर्दियों में भी यहां का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक होता है और यह पृथ्वी पर स्थित सबसे गर्म वातावरण वाले क्षेत्रों में से एक है।

 

शोधकर्ताओं ने पृथ्वी पर एक ऐसे जलीय वातावरण को खोज लिया है जहां जीवन की कोई संभावना तक नहीं है। इस खोज का मकसद जीवन की संभावनाओं को कम करने वाले घटकों के बारे में शुरुआती जानकारी हासिल करना है। यह जगह इथियोपिया के डैलोल में जियो थर्मल क्षेत्र के गर्म और खारे तालाबों की हैं। इन तालाबों में किसी भी तरह के सूक्ष्म जीव तक मौजूद नहीं पाए गए। ‘नेचर इकॉलॉजी ऐंड इवोल्यूशन’ नामक जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन से पता चला है कि इथियोपिया ये तालाब बहुत ज्यादा एसिडिक प्रॉपर्टी वाले भी हैं। इस कारण यहां जीवन पूरी तरह से असंभव है। स्पैनिश फाउंडेशन फॉर साइंस एंड टेक्नॉलजी (एफईसीवाईटी) के शोधकर्ता वैज्ञानिकों ने बताया कि डैलोल क्षेत्र नमक से भरे ज्वालामुखी के मुख (क्रेटर) पर स्थित है।

प्रेरक-प्रसंग: प्रेम और सहानुभूति

हाइड्रोथर्मल गतिविधियों के चलते इस क्रेटर से लगातार उबलता पानी और जहरीली गैसें निकलती रहती हैं। यहां तक कि सर्दियों में भी यहां का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक होता है और यह पृथ्वी पर स्थित सबसे गर्म वातावरण वाले क्षेत्रों में से एक है।

शून्य से भी कम है पीएच

अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक डैलोल में जियो थर्मल क्षेत्र में अत्यधिक खारे और अल्ट्रा एसिडिक तालाबों मेें शून्य अल्ट्रा एसिडिक से लेकर 14 उच्च एल्कलाइन के मानक तक पीएच स्तर शून्य से भी कम यानी नकारात्मक बिंदु तक पहुंच जाता है। यही कारण है कि यहां सूक्ष्म जीवों के पनपने की संभावना भी नहीं के बराबर है।

 लाल ग्रह जैसे हैं हालात

अध्ययन के मुताबिक इस स्थान को मंगल ग्रह जैसा माना जा चुका है। इस अध्ययन की सह-लेखिका लोपेज गार्सिया ने बताया, ‘पिछले अनुसंधानों की तुलना में हमने इस बार अधिक नमूनों की जांच की और पाया कि इन खारे, गर्म और अल्ट्रा एसिडिक तालाबों में सूक्ष्म जीवों के पनपने की भी संभावना शून्य है।’
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