समुद्र किनारे मिली 42 फिट की लाश, 15 दिन से खोज रही थी किनारा

ओडिशा। समुद्र में अनेक ऐसे जलजीव हैं, जिनको हमने आजतक देखा ही नहीं है। इन जीवों में कुछ तो इतने विशाल हैं कि उन्‍हें देखकर पंचतंत्र की कहानियों में वर्णित दैत्‍यों का अभास होता है।

दैत्‍यों का अभास

ऐसा कुछ नजारा ओडिशा के पुरी जिले के बैधरा पेंठा बीच पर देखने को मिला, जहां एक 42 फीट लंबी और 28 फीट चौड़ी व्‍हेल का शव मिला है। स्‍थानीय लोगों ने सबसे पहले मरी हुई व्‍हेल को देखा। उन्‍होंने वन अधिकारियों को इस बारे में जानकारी दी। सतपड़ा फॉरेन रेंजर अच्‍युतानंद दास ने बताया कि यह व्‍हेल एक दुर्लभ व्‍हेल है। इस तरह की व्‍हेल प्रशांत महासागर में मिलती है। पोस्‍ट मार्टम जांच के बाद ही इसके मरने के कारण का खुलासा हो पाएगा।

उन्‍होंने कहा कि वेटेरीनरी कॉलेज के डॉक्‍टर्स को ऑटोप्‍सी के लिए कहा गया है। दास के अनुसार व्‍हेल की मौत शायद 10-15 दिन पहले हुई थी और अब उसका शव बहते हुए किनारे पर आ गया।

इस साल भारतीय समुद्र तटों पर व्‍हेल मछलियों के मरने की काफी घटनाएं हुई हैं। इसी साल जनवरी में मुंबई के जुहू बीच पर 25 फीट लंबी मृत व्‍हेल समुद्र किनारे बहकर आ गई थी। इसका वजन 3 से 4 टन के बीच था। साल 2015 के आखिरी दिनों में भी एक व्‍हेल मुंबई के अलीबाग इलाके में किनारे पर आ गई थी। समुद्र में वापस भेजने की कोशिशों के बीच 10 घंटे बाद उसने दम तोड़ दिया था। वहीं तमिलनाडु के तूतीकोरन में 80 छोटे पंखों वाली पायलेट व्‍हेल समुद्र तट पर बहकर आ गई थी। इनमें से 45 मर गई थी।

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