दुनिया में भारतीय सैनिकों की आत्मशक्ति की बराबरी नहीं

उमा भारतीनागपुर | केन्द्रीय जल संसाधन एवं नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने कहा कि देश के पूर्वोत्तर तथा कश्मीर में अशांति और आंतरिक सुरक्षा का सामना करते हुए हमारे पुलिस बल, अर्धसैनिक बल के जवान और सैन्यकर्मी सुविधा उपलब्ध न होने के बावजूद हमेशा देश की सुरक्षा के प्रति समर्पित रहे हैं। उनकी आत्मशक्ति की दुनिया में कोई बराबरी नहीं है। उमा भारती शुक्रवार को नागपुर में सीआरपीएफ कर्मियों द्वारा हिंगना रोड स्थित केन्द्रीय सुरक्षित पुलिस बल(सीआरपीएफ) समूह केन्द्र में आयोजित रक्षाबंधन कार्यक्रम में बोल रही थीं।

उमा भारती ने पौधारोपण भी किया

भारती ने रक्षा बंधन के अवसर पर सीआरपीएफ जवानों, अधिकारियों और उनके परिवार के सदस्यों का स्वागत किया और जवानों तथा अधिकारियों के माथे पर तिलक लगाकर रक्षाबंधन समारोह में भाग लिया।

उन्होंने कहा, “राष्ट्र की सुरक्षा या तो दुश्मनों को मार कर सुनिश्चित की जा सकती है या फिर अपनी बलिदान देकर। हमारे अर्धसैनक बलों और अन्य सुरक्षा बलों के जवान पूर्ण देशभक्ति से प्रेरित और पूर्ण समर्पण के साथ लगातार काम कर रहे हैं। वे हमेशा तैयार रहते हैं। सुरक्षाकर्मियों के लिए महिला सम्मान सबसे अहम है।”

उन्होंने कहा, “हिमालय में सीमा पर शहादत प्राप्त करने वाले सैनिक और योगी दोनों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। मंत्री ने कहा कि पुलिस व सेना की वर्दी धारण करने वाली महिलाएं इसके साथ अच्छी पत्नी, माता और बहन के उत्तरदायित्व का भी निर्वाह करती हैं। इस अवसर पर भारती ने सीआरपीएफ परिसर में पौधारोपण भी किया। ”

केन्द्रीय सुरक्षित पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिरीक्षक सुनील सिंह और उपनिरीक्षक अखिलेश प्रताप सिंह तथा सीआरपीएफ अधिकारियों एवं जवानों के परिवारों के सदस्यों ने भारी संख्या में इस कार्यक्रम में भाग लिया।

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