है दम तो आओ… देश में बना दुनिया को टक्कर देने वाला फाइटर प्लेन

 फाइटर प्लेननई दिल्ली। भारत ने अपने स्वदेशी ड्रोन विमान रुस्तम-2 का सफल परीक्षण कर लिया है। यह फाइटर प्लेन एक मानवरहित विमान होगा, जिसे डीआरडीओ ने बनाया है। बेंगलुरु से 250 किमी दूर स्थित चित्रदुर्ग में एयरोनॉटिकल टेस्ट रेंज में इस विमान ने सफल उड़ान भरी।

इस स्वदेशी फाइटर प्लेन की खासियत है कि यह कम ऊंचाई पर उड़ते हुए दुश्मन को निशाना बना सकता है। यानी यह लड़ाकू विमान की खूबियों के साथ तैयार किया गया है। वैसे तो रुस्तम ने 2013 में पहली उड़ान भरी थी लेकिन इजराइल से डील रुक जाने के चलते भारत इसे पूरी तरह से डेवलप नहीं कर पाया था।

रुस्तम-2 टोही और निगरानी क्षमता के साथ-साथ लक्ष्य पर सटीक मार करने में भी सक्षम है।

ये अमेरिकी ड्रोन की तरह हथियार और मिसाइल भी ले जाने में सक्षम होगा। इसकी रेंज करीब 250 किलोमीटर है। सिंथेटिक अपर्चर राडार होने के कारण ये बादलों के पार भी देख सकता है।

रुस्तम-2 लगभग 30 हजार फीट की ऊंचाई पर आसानी से उड़ान भर सकता है। रुस्तम एक वक्त में 24-30 घंटों की लगातार उड़ान भर सकता है और अन्य विमानों के विपरित इसे उड़ान भरने के लिए केवल हवाई पट्टी की जरूरत होगी।

रुस्तम 500 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकता है और दुश्मन की नजर में भी नहीं आता। सेना इसे अमेरिकी ड्रोन प्रिडेटर की तरह उपयोग में ले सकती है। रुस्तम टू से भारत के रक्षा विकास के कार्यक्रम को नई ऊंचाई भी मिली है।\

फाइटर प्लेन

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