दिल्‍ली दंगों में आरोपित और आम आदमी पार्टी से निष्‍कासित पार्षद ताहिर हुसैन को ED ने लिया अपनी गिरफ्त में

दिल्‍ली दंगों में आरोपित और आम आदमी पार्टी से निष्‍कासित पार्षद ताहिर हुसैन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है। कोर्ट ने छह दिन की गिरफ्तारी के लिए मंजूरी दी है। ईडी फिलहाल यह पीएमएलए (मनी लॉन्ड्रिंग अधिनियम) के तहत उसकी संदिग्‍ध भूमिका की जांच कर रही है। ईडी के अनुसार दिल्‍ली में जो नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जो प्रदर्शन हुए और इसके बाद उत्‍तरी दिल्‍ली में इस कारण दंगा भड़का इसमें ताहिर हुसैन की भूमिका सवालों के घेरे में है। ईडी की हिरासत में हुसैन अब कई राज सामने लाएगा कि कैसे इस दंगे में मनी लॉन्‍ड्रिंग के तहत पैसा लगा।

क्या है मनी लॉन्‍ड्रिंग अधिनियम

अवैध तरीके से कमाए या अर्जित पैसे को सफेद दिखाने को ही मनी लॉन्‍ड्रिंग कहते हैं। मनी लॉन्‍ड्रिंग एक तरह से गलत तरह से कमाए पैसे को सही दिखाने की प्रकिया है। मनी लॉन्ड्रिंग के माध्यम से पैसे को ऐसे कामों लगाया या निवेश किया जाता है कि जांच करने वाली एजेंसियां भी धन के मुख्य सोर्स का पता नही लगा पातीं हैं। यह काम कई तरीके से होता है। सबसे आम तरीका होता है फर्जी कंपनी बना कर जिसे “शैल कंपनियां” भी कहते हैं। शैल कंपनियां एक वास्तविक कंपनी की तरह एक कंपनी होती है, लेकिन वास्तव में इसमें कोई संपत्ति नही लगी होती है और ना ही इनमें वास्तविक रूप में कोई उत्पादन कार्य होता है। दरअसल ये शैल कंपनियां केवल कागजों पर ही अस्तित्व में होती हैं वास्तविक दुनिया में नही।

कौन है ताहिर हुसैन

ताहिर हुसैन आम आदमी पार्टी से निष्‍कासित पार्षद है जिस पर दिल्‍ली दंगे में भीड़ को गलत तरह से मोबलाइज कर दंगा भड़काने का आरोप है। आइबी के हेड कांस्‍टेबल अंकित शर्मा मर्डर केस और अन्‍य केसों में इसकी भूमिका की जांच चल रही है। हालांकि आप पार्टी की तरफ से यह साफ कर दिया गया है कि जो भी इस दंगे में दोषी है उसे सजा मिलनी चाहिए। इधर ताहिर हुसैन के घर पर भी मिले कई सामान इस बात की गवाही दे रहे थे कि दंगे में उसके घर का इस्‍तेमाल कर इसे बढ़ावा दिया गया है।

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