ये है अधूरे पायलट की अधूरी दास्तां, सपना अधूरा और जिंदगी पूरी

दिल्ली की हिमानीनई दिल्ली। दिल्ली की हिमानी बीते दो साल से बतौर ट्रेनी पायलट ट्रेनिंग ले रही थीं। बुधवार की उड़ान के बाद वो पायलट बनने वाली थी। लेकिन प्रशिक्षण की आखिरी उड़ान उसकी जिंदगी की भी आखिरी उड़ान साबित हुई।

महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की सीमावर्ती नदी वेनगंगा में बुधवार को एक प्रशिक्षु विमान रोप-वे के तारों से उलझकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें दो पायलटों की मौत हो गई। इसमें से एक ट्रेनर और दूसरा ट्रेनी पायलट है।

20 वर्षीय दिल्ली की हिमानी बतौर ट्रेनी यह उसकी आखिरी उड़ान थी। हिमानी तीन घंटे की इस उड़ान के बाद पायलट बनने वाली थी, लेकिन प्रशिक्षण की आखिरी उड़ान उसकी जिंदगी की भी आखिरी उड़ान साबित हुई। इसके साथ ही सपना अधूरा रह गया और जिंदगी पूरी हो गई।

बालाघाट एसपी अमित सांघी ने बताया कि बुधवार सुबह महाराष्ट्र के गोंदिया की बिरसी हवाईपट्टी से चार सीटों वाले प्रशिक्षु विमान ने उड़ान भरी थी। यह विमान जब वेनगंगा नदी से गुजर रहा था। तभी नदी के एक छोर से दूसरे छोर तक खींचे गए तारों से टकराकर यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया और नदी समा गया।

उन्होंने बताया कि विमान जिन तारों से टकराया है, वो नदी पार करने के लिए तैयार किए रोप-वे के तारों में उलझ गया, जिसका एक तरफ का हिस्सा मध्य प्रदेश में है तो दूसरा महाराष्ट्र में।

 

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