दिनाकरन के वफादार सेंथिल बालाजी ने थामा द्रमुक का दामन

चेन्नई। तमिलनाडु के पूर्व परिवहन मंत्री और टी.टी.वी. दिनाकरन के नेतृत्व वाली अम्मा मक्कल मुनेत्र कझगम (एएमएमके) के वरिष्ठ सदस्य वी. सेंथिल बालाजी शुक्रवार को द्रमुक में शामिल हो गए। द्रमुक ने एक बयान में इस बात की जानकारी दी। बालाजी के लिए यह एक तरह से घर वापसी है क्योंकि उन्होंने कई साल पहले द्रमुक से नाता तोड़कर अन्नाद्रमुक का दामन थामा था।

बालाजी और कई अन्य नेता पार्टी अध्यक्ष एम.के. स्टालिन की मौजूदगी में यहां पार्टी मुख्यालय में द्रमुक में शामिल हुए।

बालाजी ने संवाददाताओं से कहा कि द्रमुक, अन्नाद्रमुक को हराकर सत्ता में वापसी करेगी।

उन्होंने कहा कि वह द्रमुक में शामिल हुए हैं क्योंकि स्टालिन में अच्छी नेतृत्व विशेषताएं हैं। हालांकि उन्होंने एएमएमके से नाता तोड़ने के कारणों का खुलासा नहीं किया है।

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करूर विधानसभा से निर्वाचित बालाजी, दिनाकरन गुट के उन 18 विधायकों में से एक हैं, जिन्हें 2017 में तमिलनाडु विधानसभा अध्यक्ष पी. धनपाल द्वारा अयोग्य करार दिया गया था।

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इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए बेफिक्र दिनाकरन ने संवाददाताओं से कहा कि बालाजी का द्रमुक में शामिल होना दुखद है। द्रमुक ने दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।

उन्होंने यह भी कहा कि द्रमुक को करूर में खुद को मजबूत करने के लिए एएमएमके से एक व्यक्ति की जरूरत थी।

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