सीएम अखिलेश के मंत्री ने दी गालियां, दरोगा ने दिया जवाब

दरोगा अम्बेडकरनगर। उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यशैली पर अक्सर सवाल उठते रहे हैं। कभी पुलिस को कामचोर तो कभी नेताओं के तलवे चाटने वाला कहा जाता है। लेकिन सीएम अखिलेश यादव के मंत्री के वायरल हुए ऑडियो को सुनने के बाद आपकी सोच शायद बदल जाए। इसमें दरोगा ने मंत्री की बात नहीं मानी तो उन्हें गालियां सुनने को मिलीं। बाद में सजा के तौर पर लाइनहाजिर कर दिया गया।

यह भी पढ़ें : Video : लुंगी उतर गई लेकिन मंत्री जी का नशा नहीं, लगाते रहे ठुमके

मामला अम्बेडकरनगर का है। वायरल हुए ऑडियो में इब्राहिमपुर थाने पर तैनात दरोगा संजय यति को कथित तौर पर कैबिनेट मंत्री राममूर्ति वर्मा गालियां देते सुनाई दे रहे हैं। ऑडियो में कैबिनेट मंत्री राममूर्ति वर्मा के किसी परिचित ने इब्राहिमपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था, जिस पर कार्यवाही के दौरान संजय यति ने उसे घटनास्थल पर बुलाया था। इसी की शिकायत वादी ने मंत्री से की थी।

बताया जाता है कि 15 दिन पहले इसी बात पर नाराज मंत्री ने दरोगा की गरिमा का ख्याल न रखते हुए उनसे गलत तरीके से बात की। दरोगा ने काम का तरीका समझाने की कोशिश की तो मंत्री जी आपा खो बैठे और दरोगा को डांटने लगे।  दरोगा की गलती बस इतनी थी कि उन्होंने मंत्री जी की बजाय पुलिस की कार्यशैली पर भरोसा किया। इस बात से तैश में आए मंत्री ने दरोगा को उसका अंजाम भुगतने की धमकी दी और गालियां देने लगे।

यह भी पढ़ें : सपा नेता का ऑडियो वायरल, डीएम-डीपीआरओ को दे रहे गालियां

दरोगा ने दिखाई सख्‍ती

गालियां सुनते ही दरोगा संजय भी सख्‍त हो गए। उन्होंने मंत्री जी को ठीक से हड़का दिया। साथ ही यह भी कहा, ‘जो करना हो कर लो, ट्रांसफर करवाओगेे तो करवा दो। कुछ और करवाओगे क्या। जाओ जाेे करना है करो।’ इसके बाद दरोगा नेे फोन काट दिया। बताया जा रहा है कि इस मामले के बाद दरोगा को लाइनहाजिर कर दिया गया है। उनकी तैनाती जिले के जैदपुर थाने में कर दी गई है।

हालांकि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि यह ऑडियो सही है और इसमें सुनाई दे रही आवाजें कैबिनेट मंत्री राममूर्ति वर्मा और दरोगा संजय यति की हैं। बता दें कि पत्रकार जगेंद्र हत्याकांड में कैबिनेट मंत्री राममूर्ति वर्मा का नाम आ चुका है और वह विवादों में घिर चुके हैं। इससे पहले दर्जा प्राप्त मंत्री कुलदीप उज्ज्वल का बागपत के डीएम और डीपीआरओ को गालियां देने वाला ऑडियो वायरल हुआ था। इस मामले में सीएम अखिलेश यादव ने सख्‍ती दिखाते हुए उन्हें बर्खास्त कर दिया था।

LIVE TV