दक्षिण सूडान में नेपाली शांति सैनिकों पर बाल दुष्कर्म के आरोप

संयुक्त राष्ट्र। दक्षिण सूडान में नेपाली शांति सैनिकों पर एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म जैसा जघन्य अपराध करने के आरोप लगे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने यह जानकारी दी।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने सोमवार को कहा कि नेपाल से उसके शांति सैनिकों द्वारा नाबालिग के साथ कथित दुष्कर्म करने के मामले में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के आंतरिक पर्यवेक्षण सेवा (आईओएस) की टीम से पूरी जांच कराने के लिए कहा गया है।

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दक्षिण सूडान

दुजारिक ने कहा, “यौन उत्पीड़न का कोई भी कृत्य भयावह है, बच्चे के साथ ऐसा होना, मुझे लगता है कि विशेष रूप से जघन्य है।”

उन्होंने कहा कि दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र मिशन को नेपाली दल के अज्ञात सदस्यों के यौन उत्पीड़न में शामिल होने की जानकारी मिली है।

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दुजारिक ने कहा कि नेपाल से 90 दिनों की समय-सीमा के भीतर जांच कराने के लिए कहा गया है और इस आग्रह पर उसके द्वारा बुधवार को प्रतिक्रिया मिलने की उम्मीद है।

मार्च में संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र मिशन से नेपाल के 2,092 लोग जुड़े थे, जिनमें 35 महिलाओं सहित 1,698 सैन्यकर्मी थे।

संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, साल 2016 में संयुक्त राष्ट्र मिशन से जुड़े नेपाली शांति सैनिकों के खिलाफ तीन मामले सामने आए थे। उन लोगों ने सामान या सेवाओं की सहायता के बदले यौन उत्पीड़न किया था।

संयुक्त राष्ट्र की रपट के अनुसार, पिछले साल, लाइबेरिया में संयुक्त राष्ट्र मिशन से जुड़े एक नेपाली नागरिक पर यौन उत्पीड़न का प्रयास करने के आरोप लगे थे और नेपाल ने उसे पद से हटा दिया था।

फरवरी में घाना के 46 सदस्यीय पुलिस दल पर दक्षिण सूडान में यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगने के बाद दल को वापस बुला लिया गया था।

गुटेरेस ने संयुक्त राष्ट्र शांति कर्मियों और संयुक्त राष्ट्र कर्मचारियों द्वारा यौन उत्पीड़न को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने की नीति पर जोर दिया है और 2017 में पीड़ितों के अधिकारों के लिए वकील की नियुक्ति की।

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