दक्षिण भारत की खूबसूरती और सांस्कृति देख आप भी हो जाएंगे हैरान, यहां दूर-दूर से आते हैं पर्यटक

भारत का दक्षिण हिस्सा अपनी खूबसूरती और सांस्कृति के लिए काफी जाना जाता है। यह वही हिस्सा जो देश क्या विदेश में भी अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है। विशाखापटट्नम से 116 कि.मी की दूरी पर स्थित श्रीकाकुलम आंध्र प्रदेश का एक खूबसूरत स्थल है, जो ऐतिहासिक, प्राकृतिक और सांस्कृतिक रूप से काफी महत्व रखता है। यह शहर बलराम ने बसाया था। एकांत में समय बिताने वालों के लिए यह स्थान बहुत ही अच्छा है। एकांत में शांति के लिए आपको यहां आना जरूर अच्छा लगेगा।

बरुवा

श्रीकाकुलम घूमने की शुरुआत आप बरुवा से कर सकते हैं। यहां की पर्वत श्रृंखला में आप को सैर करना काफी अच्छा लगेंगा। इस ऊंची पहाड़ी पर दो मंदिर भी स्थित हैं जो जर्नादन और श्री कोटिलिंगेश्वर के नाम से जाने जाते हैं। यहां रोज लाखों का सख्या में लोग यहां आते हैं और भगवान के दर्शन करते हैं। इतना ही नहीं यहां पर एक प्रसिद्ध बंदरगाह भी है, जहां से यात्रा का मजा और भी दोगना हो जाता है। त्योहारों के मौसम में आपको यहां पर आना काफी अच्छा लगेगा। धार्मिक स्थल होने के नाते यहां पर लोगों के भीड़ लगी ही रहती है। अगर धर्म कर्म में आपका मन लगता है तो आपको एक बार यहां पर जरूर आना चाहिए।

कलिंगपट्टम

श्रीकाकुलम से महज 25 किमी के दूरी पर स्थित कलिंगपट्टम स्थल एक बहुत ही सुंदर और शांत स्तान है। यहां पर भी लोगों की भीड़ ऐसे ही लगी रहती है जैसी कि यहां पर भी कोई धर्म का स्थल हो। हांलाकि यह एक गांव है जो आकार में छोटा होने के साथ-साथ बहुत ही सुंदर है। आप यहां आकर एक शानदार सैर का मजा ले सकते हैं। यहां पास में ही एक दरगाह भी है जो काफी प्रसिद्ध है यहां पर स्थानीय लोगों के साथ-साथ दूर से लोग भी आते हैं। इस दारगाह के साथ एक मान्यता जुड़ी है कि यहां पर आने वाला व्यक्ति कभी भी खाली हाथ नहीं जाता है।

श्रीकुरमम

इतना सब घूमने के बाद आप यहां के प्रसिद्ध मंदिर विष्णु मंदिर के भी दर्शन कर सकते हैं। इस मंदिर की वास्तु कला देखने लायक है। यहां पर आज तक जो भी गया इस मंदिर की वास्तुकला को देखकर मंत्रमुग्ध हो गया। यह मंदिर श्रीकुरमम गांव में स्थित है। यहां लोग रोजाना स्थानीय लोगों का तांता लगा रहता है। त्योहारों के दिन यहां पर हजारों की संख्या में लोग आते हैं।

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