तेलंगाना में आज से वजूद में आ जाएंगे 21 नए जिले

तेलंगानाहैदराबाद। तेलंगाना मंगलवार को 21 नए जिलों का सृजन देखेगा। इस तरह देश के सबसे नए राज्य के जिलों की संख्या 31 हो गई है। नए जिले में औपचारिक रूप से दशहरा के दिन से गठित हो जाएंगे। उनकी संख्या सोमवार को सरकार द्वारा सूची जारी होने के साथ ही हो गई।
तेलंगाना राष्ट्र समिति की सरकार ने कहा है कि जिलों के पुनर्गठन से जनता को प्रशासन में सहायता मिलेगी।

मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव औपचारिक रूप से सिड्डिपेट जिले का उद्घाटन करेंगे जिसे मौजूदा मेडक जिले से अलग कर बनाया गया है।

तेलंगाना विधानसभा के अध्यक्ष एस. मधुसूदन चारी जयशंकर जिले का उद्घाटन करेंगे, जबकि विधान परिषद के अध्यक्ष के. स्वामी गौड़ जनगांव जिले का शुभारंभ करेंगे। ये दोनों जिले वारंगल जिले से अलग कर बनाए जा रहे हैं।

वारंगल ग्रामीण एक अलग जिला है जिसे मौजूदा वारंगल से अलग कर बनाया जा रहा है। इसका उद्घाटन उप मुख्यमंत्री कदियाम श्रीहरि करेंगे।

एक और उप मुख्यमंत्री मोहम्मद महमूद अली जगितियाल जिले का उद्घाटन करेंगे। इसका गठन मौजूदा करीमनगर जिले से अलग कर किया जा रहा है।

इस तरह 16 अन्य जिलों का उद्घाटन एक-मंत्री गण कर रहे हैं उनके नाम हैं-याडाड्री, पेड्डापल्ली, कामारेड्डी, मेडक, मैनचेरियाल, विकाराबाद, राजन्ना, आसिफाबाद, सूर्यपेट, कोथागुडेम, निर्मल, वानापार्थी, नगरकर्नूल, महबूबाबाद, जोगुलाम्बा और मेडचाल।

हैदराबाद को छोड़कर शेष 10 जिलों को तीन या चार जिलों में बांट दिया गया है।

सरकार ने पिछले माह 17 नए जिलों के गठन के लिए अधिसूचना का मसौदा जारी किया था लेकिन बाद में विभिन्न वर्गो की मांग को देखते हुए चार और जिले गठित करने का निर्णय लिया।

हालांकि राज्य के विभिन्न इलाकों में और जिलों के गठन की मांग को लेकर प्रदर्शन हुए लेकिन सरकार ने स्पष्ट कर दिया कि और जिले नहीं बनेंगे।

औसतन प्रत्येक जिले की आबादी दो से चार लाख परिवारों की होगी। केवल हैदराबाद इससे अलग है जहां बहुत अधिक आबादी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि नए जिले गठिन करने का मकसद प्रशासन बेहतर करना, पारदर्शिता लाना और कल्याणकारी योजनाओं को बेहतर ढंग से लागू होना सुनिश्चित करना है।

उन्होंने कहा जिलाधिकारों की अंगुलियों पर सभी परिवारों का ब्यौरा रहेगा।

 

 

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