तेलंगाना के रिजल्ट जारी होने के 7 दिन के भीतर 19 छात्रों ने कर ली सुसाइड !

तेलंगाना बोर्ड ऑफ इंटरमीडिएट एजुकेशन (TSBIE) ने 18 अप्रैल को कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा के परिणाम किए. परिणाम जारी होने के 7 दिनों के भीतर 19 छात्रों ने मौत को गले लगा लिया.

बता दें, पुस्तिकाओं को जांचने में गलतियां की गई थी, जिसकी वजह से छात्रों को उनकी प्रतिभा के अनुसार नंबर नहीं दिए गए.

तेलंगाना बोर्ड ने इस साल परीक्षा के लिए रजिस्‍ट्रेशन से लेकर रिजल्‍ट जारी करने की पूरी जिम्‍मेदारी एक प्राइवेट फर्म ग्लोबरेना टेक्नोलॉजीज (Globarena Technologies) को दी थी. छात्रों और अभिभावकों का आरोप है कि फर्म की प्रणाली ने हजारों छात्रों को गलती से फेल कर दिया गया.

वहीं इसी मुद्दे पर इंडिया टुडे ने कॉपियां जांचने वाले मूल्यांकनकर्ता (EVALUATOR) से बातचीत की. जहां उन्होंने बताया कि छात्रों की कॉपियां कैसे चेक की गईं. उन्होंने “‘हां, मैंने सुधार प्रक्रिया में कई गलतियों को नोटिस किया है. कुछ मामलों में कुछ उत्तरों को सही से चेक नहीं किया गया है. वहीं कुछ मामलों में सही उत्तरों को 0 नंबर भी दिए गए थे.”

“उन्होंने आगे बताया कि जिस छात्र को 79 नंबर मिलने चाहिए थे उसे केवल 29 नंबर दिए गए. उन्होंने बताया कि ओएमआर शीट को स्कैन करने के लिए भेजा जाता है जिसके बाद परिणाम दिखाई देता है. लेकिन कुछ मामलों में मैंने देखा कि ओएमआर को स्कैन करने के लिए भेजने के लिए उत्तर पुस्तिका से भी फाड़ा गया था. जिसके बाद परिणाम में गलतियां दिखाई दीं और ऐसे नतीजे सामने आए जिसकी किसी ने उम्मीद ही नहीं की थी”.

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बता दें, तेलंगाना बोर्ड ने ग्लोबरेना टेक्नोलॉजीज के सॉफ्टवेयर में तकनीकी गड़बड़ियां थीं. जब परिणाम घोषित किए गए, तो कंपनी ने स्वीकार किया कि उनमें गड़बड़ियां थीं, लेकिन उन्होंने कहा कि वे ठीक हो गए थे.

अब ऐसा लग रहा है कि पूरी प्रक्रिया गलतियों से भरी थी. वहीं उन्होंने कहा सिस्टम की गलती की वजह से छात्रों को जान गई जिसे माफ नहीं किया जा सकता. हम केवल उसी उत्तर को सही कर सकते हैं जो छूट गया हो या सही उत्तर पर जीरो अंक दे दिए गए हो. वहीं अगर किसी आंसर को 10 मे से 1 दिया गया हो, लेकिन उसमें 10 में से 9 आने चाहिए थे. उस स्थिति में हम नंबर को नहीं सकते हैं.

 

19 छात्रों ने की आत्महत्या

तेलंगाना बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा के परिणाम आने के बाद 7 दिनों में 19 छात्रों ने आत्महत्या कर ली थी. इस साल परीक्षा के लिए 9.74 लाख छात्र उपस्थित हुए. उनमें से, 3.28 लाख फेल हो गए हैं.

 

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