ड्रग माफियाओं का शिकार बन रहे हैं भोले भाले छात्र

मेरठ| मवाना रोड स्थित इंचौली और गंगानगर थाना क्षेत्र में ड्रग माफियाओं का पूरा जाल फैला हुआ है। जेपी एकेडमी परिसर से सटी एक लाल रंग की बिल्डिंग, जिसमें दर्जनों कमरे बने हुए है|

जब हमारा रिपोर्टर अंदर पहुंचा तो एक महिला नजर आयी। महिला से जैसे ही पूछा कि भाई साहब हैं क्या? तो महिला के जवाब देने से पहले ही एक युवक बाहर आया और बोला बताओ क्या चाहिए? हम कहा पुड़िया, इतना सुनते ही वह कमरे में गया और अखबार के कागज की एक पुड़िया ले आया और देते हुए बोला सौ रुपये।

यूपीआइ से साभार
यूपीआइ से साभार

जब पूछा कि इसमें क्या है तो वह बोला गांजा है, वही तो मांगा था। इसके बाद बातचीत में उसने बताया कि जहां रहते हुए वह यह काम कर रहा है। वह पहले हॉस्टल था। आसपास कई शिक्षण संस्थान हैं, जिनके छात्र उसी से गांजा लेते है। कुछ यहीं बैठकर उसे खत्म कर चले जाते हैं और कुछ अपने साथ ले जाकर अपने कमरे या हॉस्टल के कमरे में लेते हैं।

 

यही नहीं कुछ चाय और पान के खोखों पर बैठकर सिगरेट में भरकर पीते हैं। जब उक्त युवक से पूछा गया कि यदि और कुछ चाहिए तो क्या मिलेगा? इस पर वह बोला कि चरस, अफीम, स्मैक जो भी चाहिए वह कुछ दूर जाकर नाला है, उसके पास से मिल जाएगी।

जब हम वहां से बाहर आया और नजर दौड़ाई तो उक्त युवक की बात सही निकली। बाहर चाय, पान सिगरेट के खोखो के पीछे और कॉलेज के गेट के पास छात्रों के वो ग्रुप भी दिख गया जो नशीले पदार्थों का सेवन कर रहे थे|

जब हम गांजा बेचने वाले के बताए ठिकाने पर पहुंचे तो तलाश करने पर एक व्यक्ति मिला। उससे जब बात की तो उसने बताया कि सुल्फा या चरस एक ही दाम है, उससे भी चरस और सुल्फे की एक-एक पुड़िया ली गयी और प्रति पुड़िया तीस रुपये दे दिये गए। हमने  ने उक्त व्यक्ति से कहा कि हमें स्मैक और हेरोइन चाहिए तो क्या मिल जायेगी? क्योंकि एक रेव पार्टी करनी है, जिसमें 20-25  लोग होंगे।

इस पर उसने कहा कि सब कुछ मिल जाएगा, जितना चाहिए उतना मिल जायेगा। शाम को चार बजे के बाद आ जाना। अभी लड़कों के आने का टाइम है। इतना कह वह हट गया और तभी तीन चार और लोग आये, जिन्होंने इस व्यक्ति से पुड़िया ली और चलते बने।

इस ठिकाने के पास ही टीन शेड डली छोटी सी दुकान के अंदर स्कूल-कॉलेज की ड्रेस में बैठे छात्र नशा करते मिले। उन्हें भी कैमरे में कैद कर लिया गया। थाने के पास चल रहा कारोबार जिस जगह उक्त युवक ने चरस और सुल्फा दिया, उससे मात्र 300- 400  मीटर की दूरी पर ही गंगानगर थाना है। ऐसे मेंपुलिस की नाक के नीचे धड़ल्ले से यह कारोबार हो रहा है। लेकिन आज तक किसी ने इसे रोकने का प्रयास नहीं किया। ड्रग्स स्कैंडल से नहीं लिया सबक शहर में ड्रग्स स्कैंडल सामने आ चुका है।

एक छात्रा से नशा देकर गैंगरेप को अंजाम देने का सनसनीखेज प्रकरण सुर्खियों में रह चुका है। पुलिस-प्रशासन ने इससे क्या सबक लिया, यह बताने के लिए काफी है कि अभी भी स्कूल-कॉलेजों के बाहर खुलेआम नशे का कारोबार चल रहा है।

प्रस्तुति- अंकित गिरी , नीरज गिरि

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