ओबामा के अधिकारी ने दिखाई ट्रंप को औकात, मुस्लिमों के साथ खड़ा हुआ अमेरिका
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बड़ा झटका लगा है. उनकी ओर से सात मुस्लिम बहुल देशों के लोगों के खिलाफ जारी किए गए विवादित आव्रजन आदेश को बाधित करते हुए एक अमेरिकी न्यायाधीश ने एक आपात आदेश जारी कर दिया है. अमेरिकी जिला न्यायाधीश एन डोनले ने यह आपात आदेश ‘अमेरिकन सिविल लिबर्टीज यूनियन’ की ओर से दायर याचिका पर सुनाया है. इस आपात आदेश के जरिए अधिकारियों को हिरासत में लिए गए शरणार्थियों और अन्य वीजा धारकों का निर्वासन करने से अस्थायी तौर पर रोक दिया गया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को सात मुस्लिम बहुल देशों से अमेरिका आने वाले लोगों की सघन जांच के आदेश जारी किए थे. इसके अलावा उन्होंने अगले नोटिस तक सीरियाई शरणार्थियों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया था.
ट्रंप को बड़ा झटका,अमेरिकी न्यायाधीश ने उनका आदेश किया खारिज
ट्रंप का यह आदेश चरमपंथी इस्लामी आतंकियों को अमेरिका से बाहर रखने के नए उपायों का हिस्सा है. डोनाल्ड ट्रंप के इस आदेश के बाद अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर अमेरिका आने वाले लोग काफी परेशान होकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था.
पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की ओर से नियुक्त न्यायाधीश डोनले ने आदेश दिया कि सरकार उन लोगों को नहीं निकाल सकती जिनके शरण संबंधी आवेदनों को अमेरिकी शरणार्थी प्रवेश कार्यक्रम के तहत अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवा की ओर से मंजूरी दी गई है. जिनके पास वैध प्रवासी और गैर-प्रवासी वीजा हैं. वह इराक, सीरिया, ईरान, सूडान, लीबिया, सोमालिया और यमन के उन लोगों को नहीं निकाल सकती, जो अमेरिका में प्रवेश के लिए वैध तौर पर अधिकृत हैं.
न्यायाधीश ने सरकार को आदेश दिया है कि वह इस प्रतिबंध के लागू होने के बाद से अमेरिकी हवाईअड्डों पर हिरासत में लिए गए सभी लोगों की सूचियां उपलब्ध कराए. उन्होंने कहा कि ट्रंप के आदेश के बाद इन यात्रियों को वापस उनके देश भेज देने से उन्हें भारी और अपूर्णीय क्षति पहुंच सकती है.
ट्रंप ने शुक्रवार को जिस समय मुख्य रूप से सात मुस्लिम देशों के नगारिकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया था उस समय कई विमान अमेरिका के लिए पहले ही रवाना हो चुके थे. उन्हें इस बारे में पूरी जानकारी नहीं है कि विमान के रवाना होने के बाद कितने लोगों को हिरासत में लिया गया है.
हवाईअड्डे पर लोग अपने प्रियजनों को रिहा किये जाने या वापस विमान से भेजे जाने का इंतजार में घबराए नज़र आए.