टॉपर्स घोटाला मामले में लालकेश्‍वर का पूर्व सचिव गिरफ्तार

टॉपर्स घोटाला पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) द्वारा आयोजित 12वीं की परीक्षा में हुए टॉपर्स घोटाला मामले में पुलिस ने सोमवार को समिति (बोर्ड) के पूर्व सचिव श्रीनिवास चंद्र तिवारी को गिरफ्तार कर लिया। पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मनु महाराज ने बताया कि इस मामले की जांच चल रही है। विशेष अनुसंधान टीम (एसआईटी) ने जांच के दौरान मिले साक्ष्य के आधार पर तिवारी की संलिप्तता सामने आने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया है। पुलिस तिवारी से पूछताछ कर रही है।

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टॉपर्स घोटाला मामले में मिले अहम साक्ष्‍य

उन्होंने बताया कि तिवारी के खिलाफ पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह के साथ मिलकर नियम कानून ताक पर रखकर कुछ लोगों की नियुिक्तयां बीएसईबी में कराने के साक्ष्य मिले हैं।

तिवारी की गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में बीएसईबी के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर सिंह, उनकी पत्नी और जनता दल (युनाइटेड) की पूर्व विधायक उषा सिन्हा, बीएसईबी के पूर्व सचिव हरिहर नाथ झा, वैशाली के विशुन राय कॉलेज के प्राचार्य बच्चा राय सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

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महाराज ने बताया कि एसआईटी अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। बिहार में इस वर्ष 12वीं की परीक्षा में कला संकाय में टॉपर रही रूबी कुमारी और विज्ञान संकाय में टॉपर रहे सौरव श्रेष्ठ का विषय और ‘विशेष ज्ञान’ से संबंधित साक्षात्कार टीवी चैनलों पर प्रसारित किए जाने के बाद इस पूरे मामले का खुलासा हुआ था।

इसके बाद समिति ने विशेषज्ञों की एक टीम बनाई थी और 14 टॉपरों को साक्षात्कार लिया था। विशेषज्ञों द्वारा लिए गए साक्षात्कार के बाद विज्ञान संकाय के टॉपर्स बने सौरभ श्रेष्ठ और राहुल कुमार तथा कला संकाय की टॉपर रूबी कुमारी का परीक्षा परिणाम रद्द कर दिया गया था।

मामला उजागर होने के बाद बिहार सरकार ने पूरे मामले की जांच एसआईटी से कराने के आदेश दिए हैं। विपक्ष हालांकि पूरे मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग कर रही है।

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