टीजीटी की परीक्षा में पुरुष अभ्‍यर्थी को बना दिया महिला

मेरठ। उत्तर प्रदेश माध्‍यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने गजब का खेल किया है। 16 जून को आयोजित टीजीटी की परीक्षा में एक पुरुष अभ्‍यर्थी को प्रवेशपत्र में महिला बना दिया गया है। इतना ही उसकी जन्म तिथि साल 2065 जारी कर दी गई। अब बेचारा अभ्‍यर्थी अपना प्रवेश पत्र दुरुस्त कराने के लिए दौड़ भाग लगा रहा है।

टीजीटी की परीक्षा

टीजीटी की परीक्षा में खेल

मामला मेरठ से जुड़ा है। यहां खानपुर के रहने वाले इन्द्रजीत के पास शुक्रवार के दिन उनका प्रवेशपत्र पहुंचा। टीजीटी की परीक्षा के लिए तैयार इन्द्रजीत इसे देखकर हैरत में पड़ गए। प्रवेश पत्र में उनका नाम और पता तो ठीक दर्ज था, लेकिन उन्हें महिला मान लिया गया था। उनके पति/पिता का नाम राम सिंह दर्ज किया गया था।

इतना ही नहीं, प्रवेश पत्र में जन्म तिथि साल 2065 दर्ज है, जबकि असल में उनका जन्म साल 1965 में हुआ था। इस लिहाज से इंद्रजीत की असल उम्र 51 साल है। लेकिन प्रवेश पत्र के मुताबिक वो अभी तक पैदा भी नहीं हुए हैं। बता दें कि टीजीटी-पीजीटी के लिए उम्रसीमा न्यूनतम 21 साल और अधिकतम 60 साल है।

आखिरकार परेशान हाल इंद्रजीत ने किसी की सलाह पर इंटरनेट के जरिए अपना प्रवेशपत्र देखा, तब भी उन्हें राहत नहीं मिली। ऑनलाइन प्रवेशपत्र में भले ही उनकी जन्मतिथि 1965 कर दी गई, लेकिन वह महिला ही बने रहे। ऑनलाइन प्रवेश पत्र में उनके पति का नाम राम सिंह लिखा है।

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