चंद्रबाबू खुद को राष्ट्रीय नेता के रूप में पेश कर रहे : टीआरएस नेता

हैदराबाद| तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की नेता के. कविता का कहना है कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू राज्य में अपनी विफलता छिपाने के लिए खुद को राष्ट्रीय स्तर के नेता के रूप में पेश कर रहे हैं और तेलंगाना विधानसभा चुनाव परिणाम केंद्र में कांग्रेस और उनके किसी भी प्रकार के गठबंधन पर जवाबी हमला होगा।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) की बेटी और सांसद कविता ने आईएएनएस से विशेष बातचीत में में बताया कि विधानसभा चुनाव में टीआरएस भारी बहुमत के साथ जीतेगी और उसके बाद वह एक राष्ट्रीय विकल्प की ओर काम करना शुरू करेगी, जिसमें भाजपा या कांग्रेस नहीं होगी।

कविता ने कहा, “दरअसल, चंद्रबाबू नायडू आंध्र प्रदेश में जमीन खो रहे हैं, इसलिए वह खुद को राष्ट्रीय स्तर के नेता के रूप में प्रस्तुत करना चाहते हैं, ताकि आंध्र प्रदेश में उन्हें कुछ बढ़त मिल सके। आंध्र प्रदेश में उनकी विफलता उजागर न हो, इसके लिए वह लोगों का ध्यान तथाकथित राष्ट्रीय स्तर के गठबंधन की ओर भटका रहे हैं। लेकिन यह उन्हें और कांग्रेस को बहुत बुरी तरह से प्रभावित करेगा।”

उनसे 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा नीत गठबंधन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हराने के लिए विपक्षी दलों को साथ लाने के नायडू के प्रयास और क्या वह विपक्षी एकता में एक अहम भूमिका निभा सकते हैं, के बारे में पूछा गया।

उन्होंने कहा, “तेलंगाना के नतीजों में आप इस गठबंधन को हारते हुए देखेंगे। क्या आपको लगता है कि राज्यस्तर पर एक बार हारने के बाद यह राष्ट्रीय स्तर तक जाएगा? नायडू के सभी प्रयास आंध्र प्रदेश में उनके अपने प्रशासन से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए है।”

नायडू और अन्य विपक्षी दलों के कई नेता भाजपा नीत राजग गठबंधन से पार पाने के लिए अपने अगले कदम के तहत सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में बैठक करने जा रहे हैं।

कविता ने कहा कि एक वैकल्पिक राजनीतिक मंच को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।

उन्होंने बताया, “हम विधानसभा में भारी बहुमत से जीतने जा रहे हैं, जिसका सकारात्मक प्रभाव लोकसभा चुनाव में दिखाई देगा और हम सभी सीटें जीतेंगे। हम इसको लेकर आश्वस्त हैं। हम किसी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। हम एक संघीय मोर्चे को प्रस्तावित करते हैं, जिसमें न भाजपा होगी और न ही कांग्रेस। लोगों ने इन्हें बहुत मौके दिए हैं। देश में एक वैकल्पिक राजनीतिक मंच होना चाहिए, जिसे प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। टीआएस इस राजनीतिक मंच के गठन में एक अहम भूमिका अदा करेगी। विधानसभा चुनाव के बाद हम राष्ट्रीय एजेंडे पर ध्यान केंद्रित करेंगे।”

उन्होंने कहा कि 11 दिसंबर के नतीजे दिखाएंगे कि पीपुल्स फ्रंट गठबंधन को खारिज कर दिया गया। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल पहले भी साथ आए हैं, लेकिन उन्हें हार ही मिली है।

कविता ने कहा, “यह गठबंधन लगातार हमारे राज्य के हितों के खिलाफ कार्य कर रहा है। हमारे पास एक विपक्ष है, जो बहुत ही गैर जिम्मेदार है।” कविता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अदालती मामलों के जरिए एक बड़ी सिंचाई परियोजना में बाधा डालने की कोशिश की थी।

उन्होंने कहा कि गठबंधन ने तेदेपा और कांग्रेस दोनों की विश्वसनीयता को झटका दिया है।

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उन्होंने कहा, “तेदेपा मूल रूप से कांग्रेस के विरोध के लिए गठित हुई थी। यह एन.टी. रामाराव की इच्छा थी। अब इन दिनों तेदेपा ने अपनी मूल विचारधारा और सिद्धांतों से समझौता कर लिया है। अब अगर एक राजनीतिक पार्टी ने अपनी ही विचारधारा से समझौता कर लिया है, लोग इसे गंभीरता से लेने के लिए बाध्य नहीं होंगे। कांग्रेस के साथ गठबंधन करने से तेदेपा के साथ यह हुआ है। यह उन्हें बहुत बुरी तरह प्रभावित करेगा।”

उन्होंने कहा कि पार्टी ने अपने सभी वादों को पूरा किया है और उसे विधानसभा में 119 में से करीब 100 सीटों पर जीत मिलेगी।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी की रैलियों का कोई प्रभाव नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि राज्य में भाजपा के लिए कोई जगह नहीं है।

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