ट्रंप को नहीं रास आ रहा मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट, भारत के पर कतरने के लिए बिछाया जाल
नई दिल्ली। एक तरफ तो ट्रंप मोदी नाम की माला जपते रहते हैं वहीं दूसरी ओर वह भारत के ही पंख कतरने में लगे हुए हैं। ट्रंप एक बार फिर मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट मेक इन इंडिया के तहत एक प्रोग्राम पर झटका देने की तैयारी में हैं। दरअसल अमेरिकी रक्षा कंपनी लॉकहीड मार्टिन एफ-16 कॉम्बैट जेट के प्रॉडक्शन को भारत में शुरू करने को लेकर खासा उत्साहित है लेकिन इस प्रस्ताव पर राष्ट्रपति ट्रंप की तरफ से नामंजूरी की बू आने लगी है।
डॉनल्ड ट्रंप ने कहा है कि वे इस मुद्दे पर पुनः विचार करना चाहते हैं। अमेरिकी रक्षा कंपनी अब अपने टेक्सास स्थित प्लांट में जॉइंट स्ट्राइक फाइटर एफ-35 का प्रॉडक्शन शुरू करना चाहती है जिसकी अमेरिकी एयरफोर्स को जरूरत है। वहीं दूसरी तरफ कंपनी एफ-16 जेट के प्रॉडक्शन को भारत स्थानांतरित करना चाहती है।
खबरों के मुताबिक ट्रंप को उन कंपनियों चिढ़ है जो अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट अमेरिका से बाहर दूसरे देशों में ले जा रही हैं और बाद में उनकी बिक्री अमेरिका को ही करती हैं। वहीं लॉकहीड मार्टिन भारत में एफ-16 जेट का उत्पादन करेगी लेकिन उसे बेचने के लिए अमेरिकी बाजार का सहारा नहीं लेगी।
विश्लषकों के मुताबिक भारत सरकार आगामी दशकों में रक्षा क्षेत्र में आधुनिकीकरण पर लगभग 250 अरब डॉलर खर्च करने की तैयारी में है। ऐसे में एफ-16 के उत्पादन को लेकर भारतीय बाजार से मुंह मोड़ना कई महत्वपूर्ण डील्स को प्रभावित कर सकता है। इसके साथ ही कंपनी के प्रवक्ता ने कहा है कि हम ट्रंप की शर्तों के अनुसार इस बात के लिए तैयार हैं कि कोई भी महत्वपूर्ण प्रस्ताव अमेरिकी सरकार की नीतियों को अनुरूप ही रहे। इस प्रस्ताव पर व्यापक स्तर पर विचार विमर्श कर निर्णय लिया जाएगा।