जेल में संजय दत्त को खानी पड़ती थी मक्खी वाली दाल

जेल में संजय दत्त नई दिल्ली। 1993 के मुंबई धमाके में बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त भले रिहा हो गए हैं, लेकिन जेल की यादें उनसे रिहा नहीं हो रहीं।

अपनी पांच साल की सजा पुणे की यरवदा जेल में बिताने के बाद संजय अब अपने घर पहुंच गए हैं। हाल में दिल्ली के एक इवेंट में संजय के दिल में फिर जेल की उन यादों ने घर कर लिया। पहली बार खुले मंच पर संजय ने जेल के दर्द को बयां किया। उन्होंने बताया कि जेल में वो मक्खी वाली दाल पीते थे।

जेल में संजय दत्त ने बिताये बुरे दिन  

फरवरी में संजय दत्त की रिहाई के बाद उनके फैंस में जश्न का माहौल है। अब संजय सोशल इवेंट्स में भी जाने लगे हैं। शुक्रवार को संजय दत्त दिल्ली ने EEMA (इवेंट एंड एंटरटेनमेंट मैनेजमेंट एसोसिएशन का एनुअल कन्वेंशन अटेंड किया। यहां जब उनसे पूछा गया कि जेल से निकलने के बाद वो क्या कहना चाहतें हैं, तो उन्होंने कहा, ‘अब जो भी बोलूंगा, दिल से बोलूंगा।’

हालाँकि संजय दत्त को मीडिया से बातचीत के लिए सिर्फ 15 मिनट का समय दिया गया था। लेकिन जब उन्होंने जेल की यादें बतानी शुरू की, तो एक घंटे से भी ज्यादा समय निकल गया।

संजय दत्त जेल में पीते थे मक्खी वाली दाल

सबसे पहले संजय से पूछा गया कि जब वो पहली बार जेल गए तो उन्हें कैसा महसूस हुआ। उन्होंने कहा कि उनके पिता, वाइफ और खुद के लिए बहुत ही बुरा वक्त था। उन्होंने कहा कि जब उनकी बहन राखी बाँधने जेल आई थी तो उनको गिफ्ट में जेल में मिलने वाले कूपन दिए थे।

उन्होंने बताया कि पुणे की जेल में मक्खियों की भरमार थी। जिधर देखो, उधर मक्खी। उन्होंने कहा, मेरे बालों पर, कपड़ों पर मक्खियाँ ही मक्खियाँ चिपकी रहती थीं। मक्खियां इतनी ज्यादा थीं कि वह खाने में आ जाती थीं। कई बार मुझे दाल से मक्खी निकालकर पेट भरना पड़ता था। उन्होंने आगे कहा कि वो दिन बहुत ही दुःख से भरे हुए थे। ऐसे दिन मेरे दुश्मन को भी न देखने को मिले।

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